नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि राजधानी में जल भराव के कारण हुई मौतें हादसा नही हत्या है। सरकार में बैठे वो लोग इन हत्याओं के असली गुनहगार है जो अपने हित और स्वार्थ सिद्धि के लिए डूबती दिल्ली को देख रहे है और इस विनाश पर अगर विपक्ष सवाल पूछ रहा है तो सत्ताधारी दल नूरा कुश्ती कर रहे है। मंत्री आतिशी द्वारा सोशल मीडिया पर एक नोट सार्वजनिक करके अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रही है जबकि पिछले दो दिनों में भारी बारिश के कारण 11 मौतें हुई (Devendra Yadav On Government) जिनमें बच्चे भी शामिल हैं।

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देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार की मंत्री द्वारा बयान कि केवल डूबने से मरने वालों को ही सरकार मुआवजा देगी। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस व अस्पताल की जांच को आधार बनाकर डूबने से हुई मौतों को छिपाने का प्रयास उसी तरह कर सकती है, जिस प्रकार कोविड महामारी में सरकारों ने बयान दिया कि आक्सीजन की कमी से कोई मौत नही हुई थी। उन्होंने मांग की कि सरकार कोविड से मरने वालों को 1 करोड़ मुआवजें की भांति बारिश के कारण मरने वालों के परिवारों को कम से कम 1 करोड़ का मुआवजा तुरंत दिया जाए।

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Devendra Yadav On Government – देवेन्द्र यादव ने कहा कि आज 1 जुलाई से भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा और भारतीय साक्ष्य अधिनियम लागू हो गए जिनकी केन्द्र सरकार 14 फरवरी, 2024 को घोषणा की थी, यह कानून 1 जुलाई से लागू होंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय न्याय संहिता के अंतर्गत दिल्ली पुलिस द्वारा ओवर ब्रिज के नीचे रेहड़ी पटरी लगाकर अजीविका चलाने वाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज करना केन्द्र सरकार द्वारा सीधा गरीब आदमी की रोजी रोटी पर हमला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा गरीब रेहड़ी पटरी, खोमचा वालों के संरक्षण और उनकी अजीविका को सुरक्षित रखने के लिए काम करती रही है।

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