हाथरस भगदड़ कांड : उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ की घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है। भगदड़ के दौरान अब तक 100 से भी ज़्यादा लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। इस वक़्त हाथरस में सत्संग सभा के दौरान मची भगदड़ की घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। हर कोई जानना चाहता है कि आखिरकार उस सत्संग सभा में हुआ क्या ? और सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर भोले बाबा कौन है?

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अब जानते हैं कि आखिर ये भोले बाबा कौन है ?

भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के एटा जिले के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं। बाबा हरि ने अपनी शिक्षा यहीं से पूरी की है। पढ़ाई खत्म होने के बाद उन्होंने IB विभाग की नौकरी कर ली और काफी समय तक नौकरी में रहे, फिर उनका ध्यान आध्यात्म में चला गया। अध्यात्मिक जीवन में आने के बाद बाबा ने अपना नाम भी बदल लिया।

वे अपने भक्तों के बीच एक नई नाम नारायण साकार हरि के नाम से जाने जाने लगे। बाबा नारायण हरि की बात करे तो यह अन्य बाबाओं की तुलना में अलग हैं। बाबा नारायण हरि अक्सर अपने कार्यक्रम के दौरान कुर्ता-पायजामा, तो कभी सफेद सूट, टाई और जूते पहने रहते हैं। सरकार हरि ने बताया कि नौकरी के दिनों से ही उनका मन अध्यात्म की तरफ भागता था जिसके बाद उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दे दिया। वे बताते है कि वे लोगों की निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं, उन्हें जो भी दान, दक्षिणा मिलता है, वे सब अपने भक्तों के उपर खर्च कर देते हैं।

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