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देश के सीमावर्ती आखिरी गांवों को वाइब्रेंट विलेज के रूप प्रधानमंत्री ने दी पहचान : सिंधिया

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Vibrant Village

उत्तरकाशी : केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ने कहा कि देश की आजादी के बाद जो मान, सम्मान और पहचान देश के सीमावर्ती आखिरी गांवों को दी गई है, वह पहचान देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वाइब्रेंट विलेज के रूप में दी है। इसमें धराली गांव भी वाइब्रेंट गांव (Vibrant Village) का भाग है। उन्होंने कहा कि लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश राज्यों के सभी सीमावर्ती गांवों की पहचान को इस योजना में शामिल किया गया है।

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केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ने ज्योतिरादित्य एम.सिंधिया मंगलवार को जनपदउत्तरकाशी के सीमांत गांव धराली पहुंचने पर यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड स्वर्ग जैसा राज्य माना जाता है। यहां मां गंगा का उद्गम स्थल हाेने के साथ ही शानदार पर्यावरण है। यहां चारों ओर हरियाली, हिमालय शिखर विराजमान हैं। यहां की हवा की पवित्रता का एहसास कराती है, यह देश के किसी कोने में देखने को नही मिलेगा। उन्होंने 1803 का जिक्र करते हुए बताया कि उत्तराखंड से सिंधिया परिवार का भी उत्तराखंड से बहुत पुराना रिश्ता रहा है।

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Vibrant Village – केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने कहा कि देश वर्ष 2013 में आर्थिक महाशक्ति के रूप में ग्यारवें स्थान पर था। 9 साल के भीतर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश आज आर्थिक महाशक्ति के रूप में पांचवें नंबर पर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच एवं समग्र विकास,समावेशी औऱ सर्वांगीण विकास की विचारधारा के आधार पर भारत वर्ष 2030 तक आर्थिक महाशक्ति के रूप में तीन नम्बर पर अपना प्रमाण बनाएगा। इसके उपरांत केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया ने कार्यक्रम स्थल पर स्वास्थ्य विभाग,समाज कल्याण,उद्योग, वन,कृषि, उद्यान, आजीविका, जल संस्थान आदि विभागों ने स्थापित विभागीय स्टालों का अवलोकन कर भारत सरकार के संचालित केंद्रीय योजनाओं उज्ज्वला गैस योजना, हर घर नल योजना,पेंशन योजना समेत अन्य योजनाओं से लाभान्वित लाभार्थियों और ग्रामीणों के साथ चर्चा की।