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अपनी जन्म भूमि को न छोड़ें, यह पूर्वजों के त्याग से बसाई गई है : अजय भट्ट

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Uttarayani Kauthig Fair

लखनऊ : बीरबल साहनी मार्ग स्थित पं. गोविंद वल्लभ पंत सांस्कृतिक उपवन में चल रहे (Uttarayani Kauthig Fair) उत्तरायणी कौथिग मेला जैसे-जैसे अपने अंतिम पड़ाव की ओर पहुंच रहा है, वैसे ही यहां पर लोगों की भीड़ भी आ रही है। यहां पहाड पर बिकने वाले ऊनी कपड़े, खाद्य पदार्थ व और बहुत सी दूसरी चीजें लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। इसके अलावा इस शहर के वासियों को पहाड़ की संस्कृति भी खूब भा रही है। कौथिग में पर्वतीय अंचल के पहनावे में महिलाएं और पुरुष अपनी संस्कृति की छटा बिखेर रहे हैं। भगवान बागनाथ जी के आशीर्वाद से ही यहां कार्यक्रम हो रहा है।

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भारत सरकार के रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट बतौर मुख्य अतिथि कौथिग में शामिल हुए। मुख्य अतिथि ने इस अवसर पर कहा कि हम लोग यहां पर रहकर अपनी संस्कृति को जीवंत रखे हैं, यह अच्छी बात है। लेकिन आप लोगों को अपने पैतृक गांव भी जाना चाहिए। अपनी जन्म भूमि को कतई न छोड़ें, क्योंकि यह पूर्वजों के त्याग से बसाई गयी धरोहर है। कोरोना काल में कई लोग जो अपने गांव वापस गए, उनके आसरे का एकमात्र सहारा उनके गांव ही बने। सप्ताह का आखिरी होने से कौथिग मैदान आने वाले लोगों से खचाखच भरा हुआ था।

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Uttarayani Kauthig Fair – उत्तराखण्ड अल्मोड़ा से बाल मिठाई के विक्रेता दीवान सिह बिष्ट व लाल सिह ने बताया कि लोग बाल मिठाई को काफी पसन्द कर रहे हैं। कौथिग के मंच से रेडक्रॉस सोसाइटी से आए शफीक जमा, रजनीश डोबरियाल (आपदा राहत प्रभारी) व रासवेन्द्र शाही द्वारा वृद्ध, मजदूर सफाई कर्मचारी एवं जरूरतमंदों को लगभग सौ से अधिक कम्बल दिए गए। इसके अलावा सुबह से कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। कौथिग के मीडिया प्रभारी हेमंत सिंह गड़िया से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को कौथिग के समापन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने की संभावना है।