वृंदावन में प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य खराब होने के चलते उनके पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी गई थी. इस कारण उनके भक्त काफी ज्यादा मायूस थे. क्योंकि उन्हें अपने महाराज के दर्शन जो सुबह प्रातः काल के समय पदयात्रा में होते थे वह नहीं हो पा रहे थे. मगर उनके चेहरे तब खिल उठे जब प्रेमानंद महाराज ने अपने आश्रम से निकलकर परिक्रमा मार्ग तक भक्तों को दर्शन दिए.

महाराज की पदयात्रा के चलते दर्शन न होने के कारण भक्त काफी ज्यादा मायूस दिखाई देने लगे थे. लेकिन जब से यह पता लगा कि प्रेमानंद महाराज का स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो और ज्यादा भारी तादाद में भक्त रात्रि के समय पदयात्रा में खड़े होकर उनका इंतजार करने लगे.

फिलहाल, पदयात्रा अभी भी बंद है. क्योंकि अभी प्रेमानंद महाराज पदयात्रा के माध्यम से भक्तों को दर्शन नहीं दे रहे. लेकिन आज रविवार को भक्तों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई. जिसमें प्रेमानंद महाराज आज सुबह के वक्त अपने आश्रम से बाहर तो निकले और भक्तों को दर्शन दिए.

दरअसल, प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा बंद हो जाने के बाद वह अपने भक्तों को सिर्फ दो से 3 मिनट के लिए ही दर्शन दे रहे हैं. वह अपने आश्रम के बाहर आते हैं और अपने दर्शन देकर फिर आश्रम की ओर चले जाते हैं. लेकिन आज ऐसा नहीं हुआ.

आज यानी 12 अक्टूबर को महाराज प्रातः काल को अपने आश्रम श्री हित राधा केली कुंज से बाहर तो आए. उसके बाद वो परिक्रमा मार्ग तक चले. परिक्रमा मार्ग में खड़े होकर भक्तों को अपनी पदयात्रा का एक छोटा सा रूप दिखाया जो की काफी समय से बंद था. यह नराजा देख भक्त बहुत ही ज्यादा खुश हुए.

राधा रानी के जयकारे लगाए

प्रेमानंद महाराज ने आज अपने आश्रम के चारों तरफ परिक्रमा लगाई. फिर आश्रम के चारों तरफ खड़े भक्तों को अपने दर्शन दिए. जैसे ही प्रेमानंद महाराज अपने आश्रम से बाहर आने लगे सभी ने राधा नाम के जयकारे लगाए. और संपूर्ण स्थान राधा नाम के जयकारों से गूंज उठा. आज प्रेमानंद महाराज की इस महीने पदयात्रा से भक्त काफी ज्यादा खुश हुए हैं. भक्तों को उम्मीद है कि जल्द ही प्रेमानंद महाराज अपने पुराने समय पर पदयात्रा को प्रारंभ करेंगे.

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