- प्रधानमंत्री मोदी ने कही ये बात
नई दिल्ली। भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की आज 133वीं जयंती है। जिसके उपलक्ष्य में 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाते हैं। मौलाना आज़ाद का भारत के विकास और शिक्षा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। वह एक स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान और शिक्षाविद्, मौलाना आज़ाद स्वतंत्र भारत के एक प्रमुख वास्तुकार थे। वो मौलाना ही थे जिन्होंने भारत को यूजीसी और आईआईटी की सौगात दी थी। उनके शिक्षा के योगदान के कारण 1992 में उन्हें (मरणोपरांत) भारत भी दिया गया था।
बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के उपलक्ष्य पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई लोगों ने शिक्षा दिवस को लेकर ट्वीट किए। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। एक पथप्रदर्शक विचारक और बुद्धिजीवी, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका प्रेरणादायक है। वह शिक्षा क्षेत्र के प्रति जुनूनी थे और समाज में भाईचारे को आगे बढ़ाने के लिए काम करते थे।”
Tributes to Maulana Abul Kalam Azad on his Jayanti. A pathbreaking thinker and intellectual, his role in the freedom struggle is inspiring. He was passionate about the education sector and worked to further brotherhood in society.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 11, 2021
वहीं कांग्रेस नेता शशि थरूर लिखते हैं, “#NationalEducationDay हमारे पहले शिक्षा मंत्री, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के जन्मदिन के सम्मान में।”
#NationalEducationDay honours the birthday of our first Education Minister, Maulana Abul Kalam Azad: pic.twitter.com/XOLIffYkDn
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 11, 2021
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री चरण जित सिंह चन्नी
ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “शिक्षा से बड़ी कोई शक्ति नहीं! भारत के सबसे प्रगतिशील राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अगर मेरे जैसा एक साधारण आदमी आपके सामने खड़ा होता है… तो यह शिक्षा और ज्ञान की शक्ति के कारण ही है। #राष्ट्रीय शिक्षा दिवस#
There is nothing more powerful than education! If an ordinary man like me stands before you as Chief Minister of India’s most progressive state… it is only because of the power of education and knowledge.#NationalEducationDay pic.twitter.com/GQDlFcqo9a
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) November 11, 2021
धर्मेंद्र प्रधान ने लिखा कि, “एक स्वतंत्रता सेनानी और स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री, भारत रत्न, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि #राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उन्हें भारत में शिक्षा प्रणाली के विकास में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा।”
Tribute to a freedom fighter & the first education minister of independent India, Bharat Ratna, Maulana Abul Kalam Azad on his birth anniversary also commemorated as #NationalEducationDay. He will be remembered for his contributions in developing the education system in India. pic.twitter.com/5twlk8n8YL
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) November 11, 2021
Vice president
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लिखा कि, “राष्ट्रवादी स्वाधीनता सेनानी, विचारक और शिक्षाविद् मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर उनकी स्मृति को सादर प्रणाम करता हूं। कठिन समय में राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। #MaulanaAbulKalamAzad ”
राष्ट्रवादी स्वाधीनता सेनानी, विचारक और शिक्षाविद् मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर उनकी स्मृति को सादर प्रणाम करता हूं। कठिन समय में राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सौहार्द बनाने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। #MaulanaAbulKalamAzad pic.twitter.com/yJljjZNHz5
— Vice President of India (@VPSecretariat) November 11, 2021