कोरोना वायरस एक बार फिर दुनिया में दस्तक दे चुका है. खासतौर पर सिंगापुर, हांगकांग और अब भारत के कुछ राज्यों में भी इसके मामले सामने आने लगे हैं. यह नया वेरिएंट JN.1 के नाम से (how dangerous infections) जाना जा रहा है, जो ओमिक्रॉन वेरिएंट का ही एक नया रूप है. हालांकि सरकारें और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हैं, लेकिन आम जनता को भी अपनी सुरक्षा को लेकर सजग रहना होगा.
JN.1 वेरिएंट क्या है?
कोरोना का नया वेरिएंट JN.1, ओमिक्रॉन के BA.2.86 वंश का हिस्सा है. इस वेरिएंट की सबसे पहली पहचान अगस्त 2023 में हुई थी. इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जो इसे इम्यून सिस्टम से बचने में मदद करते हैं और संक्रमण को फैलाने की क्षमता बढ़ाते हैं. यही वजह है कि यह वेरिएंट दुनिया के कई देशों में चिंता का कारण बन चुका है.
भारत में स्थिति क्या है?
भारत में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 19 मई 2024 तक देश में सिर्फ 257 एक्टिव केस पाए गए हैं, जो भारत जैसे देश के लिहाज से बहुत कम हैं. लेकिन चिंता की बात यह है कि महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में मामलों की संख्या बढ़ रही है. मुंबई के केईएम अस्पताल में हाल ही में दो मरीजों की मौत भी हुई है, जिससे सतर्कता और बढ़ गई है.
क्या ये वेरिएंट ज्यादा खतरनाक है?
फिलहाल ऐसा कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है जिससे यह कहा जा सके कि JN.1 वेरिएंट पहले से ज्यादा खतरनाक है. लेकिन जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें इससे खतरा ज्यादा हो सकता है. विशेषज्ञों (how dangerous infections) का कहना है कि सावधानी बरतना जरूरी है, खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए.