Fourlane will be elevated road, project sent to world's two largest consultancy companies

हिसार- डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला

प्रदेश के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हिसार शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए एलिवेटेड रोड को फोरलेन बनाया जाएगा। वर्ल्ड की सबसे बड़ी दो कंसल्टेंसी कंपनियों को इस प्रोजेक्ट को रिव्यू के लिए भेजा गया है। अगले सप्ताह में इसकी दोबारा से समीक्षा करेंगे। दो लेन के एलिवेटेड रोड से पूरी राहत नहीं मिल पाएगी। वहीं, गुजरी महल के पास एलिवेशन को दस मीटर ऊंची कर देंगे तो विरासत को नुकसान नहीं पहुंचेगा।

अमर उजाला कार्यालय में पहुंचे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने खास बातचीत में बताया कि हिसार को जाम से बचाने के लिए एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव बनाया था। इसके लिए करीब 723 करोड़ रुपये अनुमानित बजट बनाया गया था। दो लेन का एलिवेटेड रोड कितना कारगर होगा इस पर संशय था। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी भी इस पर सहमत नहीं थे। इसके बाद हमने इसे वर्ल्ड की सबसे बड़ी दो कंसल्टेंसी कंपनी को भेजा है।

10 दिन के अंदर आ जाएगी रिपोर्ट, 2 फीसदी लोन लेकर पूरा करेंगे प्रोजेक्ट

एक सप्ताह से दस दिन के बीच उनकी रिपोर्ट आएगी तो हम फोरलेन एलिवेटेड रोड पर फैसला लेंगे। फिर इसका डीपीआर तैयार कराया जाएगा। हम दो प्रतिशत पर लोन लेकर इस प्रोजेक्ट को पूरा कराएंगे। करीब 8.5 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड रोड पर सिरसा चुंगी से लेकर जिंदल फैक्टरी के पास एलिवेटेड रोड बनना शुरू होगा और सेक्टर-14 तक जाएगा। इसमें 7 एंट्री प्वाइंट व 7 एक्सिट प्वाइंट होंगे। रास्ते में आने वाले सेक्टर-14, बस स्टैंड, नागोरी गेट, पुलिस लाइन एरिया, अर्बन एस्टेट, डाबड़ा चौक, मॉडल टाउन, सेक्टर 9-11 क्षेत्र में लोगों को वाहनों के जाम से निजात मिलेगी।

रेल कारीडोर का पूरा खर्च रेलवे ही उठाएगा

रेलवे ही हिसार-दिल्ली रेल कारीडोर के प्रोजेक्ट का पूरा करेगा। दिल्ली एयरपोर्ट से गुरुग्राम, फर्रखनगर, झज्जर रेल पैच रेलवे के लिए भी फायदेमंद है। दो एयरपोर्ट को जोड़ने के लिए बनने वाला कारीडोर रेलवे के लिए भी काफी महत्वपूर्ण होगा। इसके लिए रेलवे काफी गंभीर है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी बात हो चुकी है। उन्होंने सहमति प्रदान की है। पहले इस प्रोजेक्ट को स्टेट शेयर से पूरा करने की बात थी। अब रेलवे ही इसका पूरा खर्च वहन करने पर सहमत है।

21 लाख क्षमता का टर्मिनल होगा

एयरपोर्ट के टर्मिनल का मास्टर प्लान तैयार हो गया है। ड्राइंग फाइनल हो गई है। अब हम इसकी डीपीआर बनाने की तैयारी कर रहे हैं। हमारा वर्तमान का टर्मिनल एक समय में एक हवाई जहाज को सहन कर सकता है। एयरपोर्ट के नए टर्मिनल की क्षमता एक साथ दस हवाई जहाज को उड़ाने की होगी। हर साल 21 लाख यात्रियों की क्षमता होगी। हरियाणा एविएशन डेवलपमेंट कारपोरेशन के माध्यम से एनआईडीसी से एमओयू हुआ है। टाटा कंसल्टेंसी व एलकोन कंपनी के साथ पूरा प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की सहमति से बनाया है।

जींद बनेगा औद्योगिक हब

जींद औद्योगिक हब बनेगा, जो दिल्ली-कटरा, 152 डी और पानीपत-चौटाला हाईवे जहां एक-दूसरे को क्रॉस करेंगे, वहां यह जंक्शन होगा। इस जंक्शन के पास औद्योगिक एरिया विकसित किया जाएगा। इसके लिए ई-भूमि पोर्टल के जरिये जमीन की खरीद की जाएगी। मध्य हरियाणा के लिए यह औद्योगिक हब बेहद जरूरी है। जिसे रोजगार के नए अवसर इस क्षेत्र के युवाओं को मिलेंगे।

एक नवंबर से हिसार एयरपोर्ट से शुरू होगी हवाई सेवा

हिसार एयरपोर्ट के काम समय पर चल रहे हैं। लाइट फीटिंग, नेवेड की इंस्टालेशन 31 अक्तूबर तक पूरा हो जाएगा। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में भी हिसार में क्लास सी में मेंशन किया गया है। उम्मीद है कोई कंपनी इसे रूट को लेगी। अगर कोई कंपनी इस रूट को नहीं लेगी तो सरकार अपनी वीजीएफ गारंटी स्कीम के तहत इस रूट को चलाएगी। एक नवंबर को हिसार एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू करेंगे।

Share.
Exit mobile version