उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 5 अगस्त को धराली गांव में ऐसी तबाही आई, जिसने कई जिंदगियों को अपनी आगोश में ले लिया. धराली में अचानक आई बाढ़ में पूरा गांव जमींदोज हो गया. इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई तो कई घायल हो गए, जो लोग घायल हुए उनके दिलों में अभी तक दहशत है. इस तबाही ने न सिर्फ लोगों को नुकसान (ISRO image revealed) को पहुंचाया. बल्कि भागीरथी नदी का रास्ता भी बदल दिया. इससे नदी की धाराएं भी चौड़ी हो गईं.

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धराली में अचानक आई बाढ़ ने भागीरथी नदी का रास्ता बदल दिया और उसे चौड़ा कर दिया. धराली गांव के ऊपर खीरगाड़ नाम की सहायक नदी और भागीरथी के संगम पर लगभग 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले मलबे का एक बड़ा ढेर था, जिसे बाढ़ ने बहा दिया. इससे खीरगाड़ अपने पुराने रास्ते पर लौट आई और भागीरथी नदी को दाहिने किनारे की ओर धकेल दिया.

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 ISRO image revealed – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की ओर से सैटेलाइट इमेज जारी की गई हैं, जिससे मलबे के ढेर का पता चला. इसरो के कार्टोसैट-2 एस से मिली सैटेलाइट इमेज ने जून 2024 और इस साल 7 अगस्त के आंकड़ों की तुलना करते हुए, धराली के ठीक ऊपर खीरगाड और भागीरथी के संगम पर लगभग 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले एक विशाल पंखे के आकार के मलबे के ढेर का खुलासा किया, जिसका साइज लगभग 750 mm (meter multiplication) 450 मीटर है. इन इमेज में बड़े पैमाने पर नदी के रास्ते में आया बदलाव, जलमग्न और दबी हुई इमारतें और बड़े टोपोग्राफिकल बदलाव दिखाई दे रहे हैं.

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