आइज़ोल : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को मिजोरम पहुंचकर 2,415 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी। मंत्री शाह ने पूर्वोत्तर के सभी सशस्त्र समूहों से मुख्यधारा में शामिल होने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनने का आह्वान किया। शाह ने आज मिजोरम की राजधानी आइजोल में एक जनसभा को भी संबोधित किया।जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि 2014 के बाद से (Peace Stability And Development) क्षेत्र में हिंसा में उल्लेखनीय कमी आई है और शांति एवं विकास का एक नया युग शुरू हुआ है।

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उन्होंने कहा कि यहां अशांति और हिंसा थी लेकिन आज जोरामथांगा मिजोरम के मुख्यमंत्री हैं, यह भारत में लोकतंत्र का एक उदाहरण है। आज यहां शांति है। उन्होंने उग्रवादियों से कहा मैं पूर्वोत्तर के सभी सशस्त्र समूहों से मुख्यधारा
में शामिल होने, लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बनने और क्षेत्र एवं देश के विकास में योगदान देने की अपील करता हूं।
उन्होंने कहा हम पिछले नौ वर्षों में क्षेत्र में शांति स्थापित करने और संपर्क में सुधार करने में सक्षम रहे हैं और पूर्वोत्तर में विकास की गति अब देश के बाकी हिस्सों की तरह है। पूरा पूर्वोत्तर अब शांति, स्थिरता और विकास के पथ पर अग्रसर है।

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Peace Stability And Development – उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में विद्रोही संगठनों के 8,000 से अधिक कैडरों ने आत्मसमर्पण किया है और 2014 की तुलना में इस क्षेत्र में हिंसा में 67 प्रतिशत की कमी आई है, जिसमें सुरक्षा कर्मियों की मौत में 60 प्रतिशत की कमी आई है और आतंकवाद से संबंधित हिंसा के कारण नागरिकों की मौत में 83 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा कि विभिन्न संगठनों के साथ हुए शांति समझौतों के कारण क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में शांति लौट आई है। नतीजतन, सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम के तहत अशांत कहे जाने वाले क्षेत्रों में लगभग 70 प्रतिशत की गिरावट आई है।

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