छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू (घर वापस आइये) अभियान के तहत सक्रिय 3 माओवादियों ने सीआरपीएफ डीआईजी व दंतेवाड़ा एसपी के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्म समर्पण करने वाले नक्सली (Naxalites) मलांगीर एरिया कमेटी में सक्रिय थे। अरनपुर थाने में सरेंडर करने वाले नक्सलियों में दो महिला व एक पुरुष शामिल हैं। तीनों नक्सली लंबे समय से माओवादी संगठन में सक्रिय थे और कई घटनाओं में सहभागी थे।आपको बता दें की अभियान छत्तीसगढ़ सरकार की घर वापसी योजंना है और इसके तहत सैकड़ो नक्सली (Naxalites) घर वापसी कर चुके हैं।
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Naxalites – एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वालों में मलांगीर एरिया कमेटी के जबेली पंचायत में सक्रिय मिलिशिया सदस्य बामन राम मंडावी उर्फ तिर्री, सीएनएम सदस्य जोगी कलमूमी व सीएनएम सदस्य भीमे कुंजाम शामिल हैं। तीनों ने माओवादियों की खोखली विचारधारा से त्रस्त होकर हिंसा का रास्ता छोड़ सरेंडर किया है। तीनों को शासन की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। समर्पण के दौरान सीआरपीएफ के डीआईजी विनय कुमार सिंह, अम्ब्रेश कुमार कमांडेंट 111वीं बटालियन सीआरपीएफ, धमेंद्र कुमार झा कमांडेंट 165वीं बटालियन सीआरपीएफ, एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल उपस्थित रहे।
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एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक दंतेवाड़ा जिले में 128 इनामी माओवादियों सहित कुल 529 नक्सली सरेंडर कर मुख्यधारा में लौट चुके हैं। सरेंडर करने वाले नक्सलियों को छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि फोर्स के दबाव में नक्सली बैकफुट पर हैं। माओवादी या तो सरेंडर कर रहे हैं या फिर मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं। बता दें कि एक दिन पहले कवर्धा जिले में 13 लाख रुपये के इनामी नक्सली दंपति ने सरेंडर किया था।