
मीता वशिष्ठ
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हरियाणा सरकार ने फिल्म अभिनेत्री मीता वशिष्ठ को हरियाणा फिल्म और मनोरंजन नीति(एचएफईपी ) के कार्यान्वयन की निगरानी के लिए गवर्निंग काउंसिल का अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह पद निर्देशक व निर्माता सतीश कौशिक के निधन के बाद से खाली था। उन्हें हरियाणा सरकार ने पहले अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया था।
मीता वशिष्ठ के पास फिल्म, टेलीविजन धारावाहिकों व थियेटर प्रस्तुतियों का 43 साल का अनुभव है। वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (एनआईडी), व्हिस्लिंग वुड्स इंटरनेशनल (डब्ल्यूडब्ल्यूआई) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में विजिटिंग फैकल्टी के रूप में सेवाएं दे चुकी हैं।
इसके अलावा वह भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) में अभिनय विभाग के प्रमुख पद पर भी रही हैं। हरियाणा सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक मीता वशिष्ठ सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के प्रशासनिक सचिव गवर्निंग काउंसिल के सह-अध्यक्ष व सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक सदस्य सचिव भी होंगे।
गवर्निंग काउंसिल के अन्य सदस्यों में प्रशासनिक सचिव, पर्यटन विभाग, प्रशासनिक सचिव कला और सांस्कृतिक मामले विभाग, कुलपति, स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग एंड विजुअल आट, रोहतक या उनके प्रतिनिधि, मुख्यमंत्री हरियाणा के मीडिया सलाहकार और राज्य सरकार के द्वारा नामित सात गैर-सरकारी सदस्य शामिल हैं। परिषद एक सलाहकार निकाय के रूप में काम करेगी, जो नीति के प्रावधानों के प्रभावी कार्यान्वयन में कार्यकारी समिति को मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
पानीपत का जाटल गांव है मीता का पैतृक गांव
मीता वशिष्ठ का पैतृक गांव पानीपत का जाटल गांव है। उनके दादा स्व. रायबहादुर लक्ष्मी दत्त वशिष्ठ जाटल गांव में रहते थे। वहां पर आज भी उनकी बनवाई हवेली है। उनके पिता भारतीय सेना से कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। मीता का जन्म पुणे में हुआ था। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से साहित्य में पीजी किया हुआ है।