छत्तीसगढ़ में भाजपा के पूर्व मंत्री (Former Minister) अमर अग्रवाल ने भूपेश सरकार के कामकाज पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सवा तीन साल में बिलासपुर शहर अपराध का गढ़ बन गया है। गुटीय राजनीति कर रही कांग्रेस पार्टी अपराधियों को संरक्षण दे रही है। सीएम भू-माफिया व रेत माफियाओं को रोकने की बात कहते हैं, लेकिन उस पर अमल नहीं हो रहा। प्रदेश में सरकार होने के कारण प्रशासनिक अफसरों के हाथ भी बंध गए हैं। जल्द ही अपराध व अपराधियों पर अंकुश नहीं लगा तो भाजपा आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
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शहरवासियों की सुरक्षा की चिंता नहीं Former Minister – पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर शहर की पहचान स्मार्ट सिटी के रूप में है। कभी रहने के लिए यह सबसे अच्छा शहर माना जाता था। रेलवे, एसईसीएल का मुख्यालय समेत यहां का वातावरण अच्छा था, लेकिन बीते सवा तीन साल में यहां का आम नागरिक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। बिलासपुर का हर आदमी डरा हुआ है। यहां के लोगों से मुलाकात होती है, तो वे बताते हैं कि वे डरे हुए है। स्मार्ट बिलासपुर बदहाल बिलासपुर हो गया है। अमर अग्रवाल ने कहा, बिलासपुर शहर में आदमखोर शेर आ गए हैं। ये चिंता का विषय है। कांग्रेस का शहर व शहरवासियों से कोई लेना-देना नहीं है। अपराधियों की पैरवी करने कांग्रेसी नेता थाने जाते हैं। निगरानीशुदा लोगों की सहायता लेकर कांग्रेसी शहरवासियों को लूट रहे हैं। पैसे लेने का काम कर रहे हैं। प्रदेश की कांग्रेस सरकार को शहरवासियों के सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है।
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कांग्रेसी नेताओं की अपराधियों से सांठगांठ कांग्रेस नेताओं की सरपरस्ती में घटनाएं हो रही है। कांग्रेस के एक गुट के नेता दूसरे गुट के नेता पर कार्रवाई करा रहे हैं। कांग्रेस के सभी ग्रुप में अपराधियों का सरगना है। बिलासपुर शहर अपराधियों का गढ़ बन गया है। राजनीतिक संरक्षण होता है तो प्रशासन के हाथ भी बंध जाते हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि जब भाजपा का शासन था तब ऐसी घटनाएं नहीं होती थी। राजनीतिक संरक्षण के कारण घटनाएं होती हैं। अपराध होते हैं। कांग्रेस की सरकार बिलासपुर में अपराध में अंकुश लगाने में नाकाम है। अगर आपराधिक घटनाओं को रोकने कार्रवाई नहीं होगी तो भाजपा सड़क की लड़ाई लड़ेगी। शहर में वसूली, जमीन पर कब्जा करना जैसी वारदातें होती है, जिसे बचाने कांग्रेसी नेता सामने आते हैं। कांग्रेसी नेताओं का अपराधियों से सांठगांठ है।