नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा में आज अजब नजारा देखने को मिला। आप के विधायक मोहिंदर गोयल अचानक सदन में 15 लाख के नोटों की गड्डियां (Bundles Of Notes) लहराने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने उन्हें खरीदने की कोशिश की और ये पैसे मुझे टोकन मनी के रूप में मिले हैं। उधर, बीजेपी ने आप पर हमला बोल दिया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि आप एक नया ड्रामा कर रही है। बीजेपी प्रवक्ता हरीश खन्ना कहा कि रिश्वत देने का स्टिंग और इसकी शिकायत की कॉपी भी आप विधायक को दिखाना चाहिए।दिल्ली विधानसभा में आज लगातार तीसरे दिन हंगामा देखने को मिला। इस दौरान आप विधायक मोहिंदर गोयल ने बीजेपी पर रिश्वत देने का आरोप लगाया।

इसे भी पढ़ें – उपराज्यपाल मेरे हेडमास्टर नहीं हैं, लोगों ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया है : केजरीवाल

उन्होंने कहा कि अंबेडकर अस्पताल में भर्ती को लेकर मुझे रिश्वत दी गई। गोयल ने कहा, माफिया सेंटिग के लिए मुझे पैसे दिए गए। इस मामले में मैंने एलजी से शिकायत भी की, लेकिन किसी ने कोई एक्शन नहीं लिया। आप विधायक ने कहा कि मैंने पुलिस कमिश्नर से भी इसकी शिकायत की थी। ये गंभीर मुद्दा है। मैं अपराधियों को रंगेहाथ पकड़ना चाहता था। लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी और मेरे शिकायत करने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया।आप विधायक के आरोपों के बाद विधानसभा स्पीकर ने कहा किआपने एलजी और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को जो शिकायत दी उसकी कॉपी और घटना मुझे दीजिए। इसके बाद आप विधायक ने कहा कि मैं सदन के सभी साथियों से अपील करता हूं कि इस मामले का राजनीतिकरण न करें।

इसे भी पढ़ें – दिल्ली के उपराज्यपाल के खिलाफ ‘आप’ का प्रदर्शन, केंद्र ने न्यायालय के समक्ष उठाया मामला

Bundles Of Notes – बीजेपी के प्रवक्ता हरीश खन्ना ने गोयल के आरोपों को असल मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश बताया। उन्होंने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि आप ने आज एक नया ड्रामा क्रिएट कर दिया है। बीजेपी नेता ने कहा कि अगर आप नेता ने कोई शिकायत की है तो उसकी कॉपी कहां है? इस मुद्दे पर आप प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं कर रही है। इनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं और उसकी जांच चल रही है। एलजी साहब ने जो आदेश दिए हैं उसके बाद आप निजी खुन्नस निकालने में लगी है। 15 लाख रुपये कैश लेकर कोई भी पहुंच सकता है, जो स्टिंग किया गया है वो कहां है, उसे दिखाएं। डील करते हुए वीडियो दिखा दें। उन्होंने कहा कि अंबेडकर अस्पताल तो दिल्ली सरकार के अंदर आता है।

Share.
Exit mobile version