इन दिनों हर कोई दूसरा शख्स आपको बिटकॉइनऔर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बात करता दिख जाएगा| मगर क्या हर दूसरे बोलने और सुनने वाले को ब्लॉकचेन का मतलब पता है, ये सवाल सबसे बड़ा है|
अक्सर हम टर्म पर बात करने उसपर खेलने से नहीं चूकते हैं, भले ही हमें उसके बार में गहराई से पता हो या ना हो खैर हम सुनिश्चित करेंगे इस खबर को पढ़ने के बाद ब्लॉकचेन का नाम सुनने पर ना सिर्फ आप इसपर प्रतिक्रया दें पाएं बल्कि इसका विषलेषण भी कर सकें|
तो चलिए जानते है कि आखिर है क्या ये ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी:-
ब्लॉकचेन, डिजिटल इनफॉर्मेशन को इंटरनेट पर डिस्ट्रीब्यूट करता हैं, लेकिन बिना इसे कॉपी या इसमें बदलाव करने की परमिशन नहीं देता, इस तरह से ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ने एक नए प्रकार के इंटरनेट की रीढ़ बनाई हैं|
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मूल रूप से डिजिटल करेंसी, बिटकॉइन, के लिए तैयार टेक कम्युनिटी अब टेक्नोलॉजी के लिए अन्य संभावित उपयोग पा रहा है|बिटकॉइन को “डिजिटल गोल्ड” एक अच्छे कारण के लिए कहा गया है|आज तक, मुद्रा का कुल मूल्य $ 112 बिलियन यूएस के करीब है|और ब्लॉकचेन अन्य प्रकार के डिजिटल मूल्य बना सकते हैं|
इंटरनेट (या आपकी कार) की तरह, आपको यह जानने की जरूरत नहीं है कि ब्लॉकचेन इसका उपयोग कैसे करता है| हालाँकि, इस नई तकनीक का बुनियादी ज्ञान आपको यह समझने में मदद करेगा कि यह क्रांतिकारी क्यों माना जाता है| तो, हम आशा करते हैं कि आप इसका आनंद लेंगे|
कैसे काम करती है ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी :-
माना जाता है कि ब्लॉकचेन में तमाम उद्योगों की कार्यप्रणाली में भारी बदलाव लाने की क्षमता है| इससे प्रक्रिया को ज़्यादा लोकतांत्रिक, सुरक्षित, पारदर्शी और सक्षम बनाया जा सकता है|
ब्लॉकचेन एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जो सुरक्षित एवं आसानी से सुलभ नेटवर्क पर लेन-देन का एक विकेंद्रीकृत डाटाबेस तैयार करती है|
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इस वर्चुअल बही-खाते में लेन-देन के इस साझा रिकॉर्ड को नेटवर्क पर स्थित ब्लॉकचेन को इस्तेमाल करने वाला कोई भी व्यक्ति देख सकता है|
ब्लॉकचेन डाटा ब्लॉकों (आँकड़ों) की एक ऐसी श्रृंखला है जिसके प्रत्येक ब्लॉक में लेन-देन का एक समूह समाविष्ट होता है|
ये ब्लॉक एक-दूसरे से इलेक्ट्रॉनिक रूप से जुड़े होते हैं तथा इन्हें कूट-लेखन (Encryption) के माध्यम से सुरक्षित रखा जाता है|
यह तकनीक सुरक्षित है तथा इसे हैक करना मुश्किल है| इसीलिये साइबर अपराध और हैकिंग को रोकने के लिये यह तकनीक सुरक्षित मानी जा रही है|
इसके अंतर्गत नेटवर्क से जुड़ी कंप्यूटर की श्रृंखलाओं, जिन्हें नोड्स कहा जाता है)के द्वारा सत्यापित होने के बाद प्रत्येक के लेन – देन विवरण को बही-खाते में रिकॉर्ड किया जाता है|
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ब्लॉकचेन की प्रमुख विशेषताएँ :-
विकेंद्रीकरण और पारदर्शिता ब्लॉकचेन तकनीक की सबसे महत्त्वपूर्ण व्यवस्था है, जिसकी वज़ह से यह तेज़ी से लोकप्रिय और कारगर साबित हो रही है|
ब्लॉकचेन एक ऐसी तकनीक है जिसे वित्तीय लेन-देन (Financial Transactions) रिकॉर्ड करने के लिये एक प्रोग्राम के रूप में तैयार किया गया है|
यह एक डिजिटल सिस्टम है, जिसमें इंटरनेट तकनीक बेहद मज़बूती के साथ अंतर्निहित है।
यह अपने नेटवर्क पर समान जानकारी के ब्लॉक को संग्रहीत कर सकता है|
ब्लॉकचेन डेटाबेस को वितरित करने की क्षमता रखता है अर्थात् यह एक डिस्ट्रिब्यूटेड नेटवर्क की तरह कार्य करता है|
डेटाबेस के सभी रिकॉर्ड किसी एक कंप्यूटर में स्टोर नहीं होते, बल्कि हज़ारों-लाखों कंप्यूटरों में इसे वितरित किया जाता है| ब्लॉकचेन का हर एक कंप्यूटर हर एक रिकॉर्ड के पूरे इतिहास का वर्णन कर सकता है| यह डेटाबेस एन्क्रिप्टेड होता है|
ब्लॉकचेन सिस्टम में यदि कोई कंप्यूटर खराब भी हो जाता है तो भी यह सिस्टम काम करता रहता है|
जब भी इसमें नए रिकार्ड्स को दर्ज करना होता है तो इसके लिये कई कंप्यूटरों की स्वीकृति की ज़रूरत पड़ती है|
ब्लॉकचेन को यूज़र्स का ऐसा ग्रुप आसानी से नियंत्रित कर सकता है, जिसके पास सूचनाओं को जोड़ने की अनुमति है और वही सूचनाओं के रिकॉर्ड को संशोधित भी कर सकता है|
इस तकनीक में बैंक आदि जैसे मध्यस्थों की भूमिका समाप्त हो जाती है और व्यक्ति-से-व्यक्ति (P-to-P) सीधा संपर्क कायम हो जाता है|
इससे ट्रांजेक्शंस में लगने वाला समय तो कम होता ही है, साथ ही गलती होने की संभावना भी बेहद कम रहती है|
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कहा हो सकता है इसका उपयोग :-
ऑनलाइन फ्रॉड में कमी आएगी
इस टेक्नोलॉजी में, ब्लॉकों की एक श्रृंखला होती है जो डेटा को रिकॉर्ड करती है और इन ब्लॉकों को एक नेटवर्क के भीतर हितधारकों के साथ गुमनाम तरीके से शेयर किया जाता है|सभी लेनदेन सम्बन्धी डेटा को नेटवर्क के प्रत्येक हितधारक के साथ सत्यापित किया जाता है|
जिससे साइबर सम्बन्धी खतरों के कारण पैदा होने वाली भेद्यता की गुंजाइश ख़त्म हो जाती है| इसलिए ग्राहक की जानकारी चुराना लगभग असंभव हो जाता है| इस सिस्टम में होने वाला लेनदेन किसी बिचौलिए के हस्तक्षेप के बिना दो पक्षों के बीच होता है|
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बैंकों की कार्यक्षमता बढ़ेगी
यह टेक्नोलॉजी, पक्षों के बीच सहभाजित बहीखाते के माध्यम से बैंकों की कार्यकुशलता में वृद्धि कर सकती है| इस सिस्टम के डिवाइस, सहकर्मी-दर-सहकर्मी ढंग से इंटरैक्ट कर सकते हैं जिसके लिए किसी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं पड़ती है|
यह मानव कारक को बैंकिंग सिस्टम की छानबीन से बाहर रखता है जिससे लेनदेनों पर नजर रखना आसान और तेज हो जाता है| इससे बैंकों के कई ऊपरी खर्च भी काफी हद तक कम हो जाएंगे जिससे पूरा का पूरा सिस्टम अधिक से अधिक कार्यकुशल बन जाएगा|
डेटा सिक्योरिटी में बढ़ोतरी
बैंकों का मौजूदा केंद्रीकृत आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्राहकों के डेटा की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है| फिशिंग, हैकिंग, स्पूफिंग ये सब बैंकों के सामने आने वाली कुछ साइबर सुरक्षा सम्बन्धी चुनौतियाँ हैं| असल में, KYC दस्तावेजों को संग्रह करना, प्रमाणीकरण, इत्यादि जैसी अति संवेदनशील प्रक्रियाओं से निपटने में बैंकों और वित्तीय संस्थानों की मदद करने के लिए एक तीसरे पक्ष का सेवा प्रदाता शामिल होता है|
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ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने से, पासवर्ड का इस्तेमाल करके लेनदेनों के प्रमाणीकरण की जरूरत ख़त्म हो जाएगी| नेटवर्क का विकेंद्रीकरण करने से, ब्लॉकचेन-आधारित SSL प्रमाणपत्रों के माध्यम से पक्षों की आम सहमति प्राप्त करने में मदद मिलेगी|
सभी डेटा को पूरे नेटवर्क में रिकॉर्ड किया जाएगा और एक नेटवर्क के पिछले ब्लॉक को ओवरराईट नहीं किया जा सकता| इसलिए, सुरक्षा का उल्लंघन करने के लिए और एक अकेले लेनदेन का डेटा चुराने के लिए, ब्लॉक के पूरे क्रम को फिर से सेट करना पड़ेगा जिससे किसी के लिए इसका उल्लंघन करना लगभग असंभव हो जाएगा|
एक से अधिक डिजिटल प्रोडक्ट का कवरेज
यह टेक्नोलॉजी, पैसों से जुड़े लेनदेनों के अलावा कई अन्य जगहों पर इस्तेमाल हो सकती है| इंश्योरेंस, निवेश, इत्यादि जैसे अन्य डिजिटल उत्पादों से निपटने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है| इससे सिर्फ डेटा की सुरक्षा बढ़ाने में ही मदद नहीं मिलेगी बल्कि यह लागत भी कम कर सकता है और प्रोसेसिंग समय भी बचा सकता है|
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आईये जानते है कि इसका आखिर में निष्कर्ष क्या निकला है:-
यह अपेक्षा की जा रही है कि बिचौलियों को हटाकर ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी सभी प्रकार के लेन-देन की दक्षता में सुधार लाएगी तथा इससे सभी लेन-देनों की लागत में भी कमी आएगी| साथ ही इससे पारदर्शिता में भी वृद्धि होगी तथा फर्जी लेन-देनों से मुक्ति मिलेगी, क्योंकि इसके अंतर्गत प्रत्येक लेन-देन को एक सार्वजानिक बही खाते में रिकॉर्ड तथा आवंटित किया जाएगा|
आज साइबर सुरक्षा, बैंकिंग और बीमा के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर चिंताएँ सामने आ रही हैं तथा ऐसे में इन्हें सुरक्षित बनाने के लिये ब्लॉकचेन तकनीक के उपयोग को लेकर स्वीकार्यता बढ़ती जा रही है| विशेषज्ञों का मानना है कि वर्तमान संदर्भों में ब्लॉकचेन एक गेमचेंजर साबित हो सकता है, बशर्ते इसके महत्त्व और क्षमताओं की पहचान समय रहते कर ली जाए|
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