दिल्ली नगर निगम चुनाव की घोषणा की तारीख टलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो दिन पहले राज्य चुनाव आयोग दिल्ली नगर निगम चुनावों की घोषणा करने को लेकर सूचना देता है। मगर घोषणा से एक घंटे पहले चार बजे केंद्र सरकार की तरफ से चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी जाती है। उसमें कहा जाता है कि वह दिल्ली के तीनों नगर निगमों को एक साथ एक निगम बनाने जा रहे हैं, इसलिए चुनाव टाल दीजिए। चुनाव आयोग केंद्र सरकार के कहने पर चुनाव घोषणा की तिथियां टाल भी देता है।शायद देश के इतिहास में पहली बार यह हुआ होगा कि सीधे किसी राज्य के चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर चुनाव टालने को कहा गया है।

इसे भी पढ़ें – AAP ने दिल्ली मॉडल से किया पंजाब फतह, खूब चला केजरीवाल का जादू

Arvind Kejriwal – केजरीवाल ने कहा कि चुनाव की तिथि टालने से लोगों के मन में कई बातें चल रही हैं। पहली केंद्र की सत्ता में भाजपा 7-8 साल से काबिज है। अगर तीनों एमसीडी को एक साथ करना था तो आठ साल में क्यों नहीं किया गया। चुनाव की तारीख की घोषणा होने से एक घंटे पहले याद आया कि निगमों को एक करना है तो चुनाव टाल दिया जाएं। उन्होंने कहा कि यहां मकसद चुनाव टालना नहीं है। ऐसा लगता है कि भाजपा हार के डर से एमसीडी को एक करने के बहाने चुनाव टालना चाह रही है।

इसे भी पढ़ें – मणिपुर में भाजपा को पहली बार बहुमत, राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनी

केजरीवाल ने कहा कि चुनावों का तीनों निगमों का एक साथ करने से क्या लेना-देना है। दिल्ली में तीनों नगर निगम में 272 वार्ड हैं। चुनाव हो जाने दीजिए, अभी जो अलग-अलग बैठे हैं वह एक साथ बैठने लग जाएंगे। इससे नए काउंसलर्स आएंगे। अगर एक होगा तो एक साथ बैठेंगे। चुनाव टालना देश के लिए अच्छा नहीं है। केंद्र सरकार ने चुनाव टालने को कहा है जो ठीक नहीं है। चुनाव आयोग झुक गया यह भी ठीक नहीं है। प्रधानमंत्री जी से अपील है कि सरकारें आती जाती रहेंगी। कल आप भी नहीं होंगे। कल मैं भी नहीं रहूंगा। यहां देश महत्वपूर्ण है। चुनाव आयोग को दबा डालकर चुनाव रद्द कराते हैं तो वह कमजोर होता है। इससे देश कमजोर होता है। हमें मिलकर देश को मजबूत करना है।

Share.
Exit mobile version