
नूंह हिंसा।
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नूंह हिंसा की घटना को पूरे 12 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक पुलिस हिंसा भड़काने वाले मुख्य साजिशकर्ताओं तक नहीं पहुंच पाई है। पुलिस इस पूरे मामले में करीब 350 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। राजस्थान से भी 15 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सरकार अब तक यह भी पता नहीं लगा पाई है कि चूक किस स्तर पर हुई। गृह विभाग से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जांच चल रही है। एसआईटी तथ्य जुटा रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी फिलहाल इस मसले पर कुछ भी बोलने से इन्कार किया है।
बीती 31 जुलाई को नूंह में बृजमंडल शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई थी। हिंसा की आग ने गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल को भी अपनी चपेट में ले लिया था। इसमें छह लोगों की जान गई थी। हिंसा के बाद राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने बयान दिया था कि नूंह हिंसा के दौरान जिस तरह से हथियार लहराए गए, गोलियां चलाई गईं, उसे देखकर यही लगता है कि ये सब अचानक नहीं हुआ। इसकी पहले से तैयारी की गई थी। इस पूरी घटना के पीछे किसी न किसी ने साजिश रची है। कोई न कोई मास्टरमाइंड जरूर है। वहीं, उन्होंने यह भी कहा था कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की जलाभिषेक यात्रा के मद्देनजर तनाव पैदा होने की आशंका को लेकर उनके पास कोई खुफिया जानकारी नहीं थी। उन्होंने दो अगस्त को इसकी जांच का आदेश दिया था।