बिहार चुनाव में बीजेपी की सीट से मैथिली ठाकुर के चुनाव लड़ने को लेकर उनके पिता रमेश ठाकुर ने कहा अगर बेटी को मौका मिलता है तो यह हमारे लिए गर्व की बात है. मैथिली के पिता ने कहा 1995 में हम बिहार छोड़ दिए थे और तब से मैं दिल्ली में रह रहा हूं क्योंकि 1995 में जात-पात की राजनीति शुरू हो गई थी क्योंकि हम (Seat suspense ends) ब्राह्मण समुदाय से आते हैं और वहां पर जाति की राजनीति शुरू हो गई थी.

इस कारण से हमें छोड़कर जाना पड़ा लेकिन अब बिहार में बदलाव हुआ है. 24 घंटे बिजली रहती है. सड़क की हालत अच्छी हो गई है. इसलिए अब बिहार जाकर यह चाहते हैं कि अपना घर अब अपना हो जाए. बीजेपी नेताओं से मुलाकात को लेकर रमेश ठाकुर ने कहा हम लोगों से मिले थे. उन्होंने कहा आपको काम करना चाहिए. 

इसे भी पढ़ें – डिप्टी CM पद पर अड़े मुकेश सहनी, सीट शेयरिंग फाइनल होने के बाद भी मुश्किल जारी 

वहीं, मैथिली से जब ये पूछा गया कि वो दरभंगा या मधुबनी, कहां से चुनाव लड़ेंगी? इस पर मैथिली ने कहा कि पलायन का दंश हमने और हमारे परिवार के साथ लाखों लोगों झेला है. अब गांव वापस जाकर सेवा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले ही बिहार गई थी. इस दौरान मुझे बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात करने का मौका मिला.

Seat suspense ends – मैथिली ने कहा कि मैं पहला चुनाव बिहार के मधुबनी जिले की बेनीपट्टी विधानसभा से लड़ूंगी. मैं गांव के क्षेत्र में ही जाना चाहूंगी क्योंकि मुझे वहां से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा. गांव से हमारा बेहद जुड़ाव है. लोगों से मिलना जुलना मुझे समझ में आएगा. विधायक के रूप में देखने को लेकर मैथिली ने कहा क मुझे पता नहीं देखते हैं. सब भगवान भरोसे है.

Share.
Exit mobile version