प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को महाराष्ट्र में नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के फेज-1 का उद्घाटन किया. 19,650 करोड़ रुपये की लागत से इसे बनाया गया है. उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुंबई को आज दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट मिल गया. ये एयरपोर्ट, इस क्षेत्र को एशिया के सबसे बड़े कनेक्टिविटी हब के रूप में स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभाएगा.

पीएम मोदी ने कहा कि आज मुंबई को पूरी तरह से अंडरग्राउंड मेट्रो भी मिली है. इससे मुंबई का सफर और भी आसान होगा और लोगों का समय भी बचेगा. उन्होंने कहा कि पहले की सरकार ने काम रोका था. बीजेपी की सरकार में मुंबई में विकास को नया आयाम मिला है. पीएम मोदी ने कहा कि उड़ान योजना से सभी को लाभ मिला. एयरपोर्ट से किसानों को भी फायदा होगा.

मुंबई सबसे वाइब्रेंट शहरों में से एक

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा जोर लोगों का जीवन आसान बनाने पर है. उन्होंने कहा कि नौजवान हमारी ताकत है. भारत दुनिया का सबसे युवा देश है. मुंबई, भारत की आर्थिक राजधानी के साथ-साथ भारत के सबसे वाइब्रेंट शहरों में से एक है. इसलिए 2008 में आतंकियों ने मुंबई शहर को बड़े हमले के लिए चुना. लेकिन तब कांग्रेस सरकार सत्ता में थी, उसने कमजोरी का संदेश दिया और आतंकवाद के सामने घुटने टेक दिए.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे लिए देश और देशवासियों की सुरक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है. आज का भारत दमदार जवाब देता है, घर में घुसकर मारता है. यह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने देखा है.

राष्ट्रनीति ही राजनीति का आधार

पीएम मोदी ने कहा कि हम उन संस्कारों में पले-बड़े हैं, जहां राष्ट्रनीति ही राजनीति का आधार है. हमारे लिए इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगने वाला एक-एक पैसा देशवासियों की सुविधा और सामर्थ्य को बढ़ाने का माध्यम है लेकिन दूसरी तरफ देश में एक ऐसी राजनीतिक धारा भी रही है जो जनता की सुविधा नहीं, सत्ता की सुविधा को ऊपर रखती है. यह वे लोग हैं जो विकास के काम में रुकावट डालते हैं. आज जिस मेट्रो लाइन का लोकार्पण हुआ है, यह उन लोगों के कारनामों की याद भी दिलाता है. मैं इसके भूमिपूजन में शामिल हुआ था.

उस समय मुंबई के लाखों परिवारों को उम्मीद जगी थी कि उनकी परेशानियां कम होंगी लेकिन फिर कुछ समय के लिए जो सरकार आई उसने ये काम ही रोक दिया. उन्हें सत्ता मिली लेकिन देश को हजारों-करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ, इतने सालों तक असुविधा हुई. अब मेट्रो लाइन बनने से 2-2.30 घंटे का सफर 30-40 मिनट में हो जाएगा. जिस मुंबई में एक-एक मिनट का महत्व है, वहां 3-4 साल तक इस सुविधा से मुंबई के लोग वंचित रहे. यह किसी पाप से कम नहीं है.

घर का पैसा घर में रहना चाहिए

जीएसटी में जो नेक्स्ट जनरेशन रिफॉर्म हुए, जो चीजें सस्ती हुई हैं, उससे भी देश के लोगों का सामर्थ बढ़ा है. आंकड़े बताते हैं कि इस बार नवरात्रि में बिक्री के कई सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं. जिससे देशवासियों का जीवन बेहतर हो, जिससे देश को ताकत मिले, हमारी सरकार आगे भी ऐसे ही कदम उठाती रहेगी. लेकिन मेरा आपसे भी एक आग्रह है कि स्वदेशी को अपनाएं. ‘गर्व से कहिए, यह स्वदेशी है’ यह हर घर और बाजार का मंत्र होना चाहिए. घर का पैसा घर में रहना चाहिए. जब पूरा भारत स्वदेशी को अपनाएगा तो भारत का सामर्थ बढ़ जाएगा.

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