बेगूसराय : अपनी कलम से राष्ट्रीयता से लेकर श्रृंगार रस तक का भाव (Ramdhari Singh Dinkar) जगाने वाले राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 115 वीं जयंती पर आज कृतज्ञ राष्ट्र उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद कर रहा है। इस मौके पर राष्ट्रकवि के जन्मभूमि बेगूसराय में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर कार्यक्रम की शुरुआत दिनकर कला भवन परिसर में स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुआ। इसके बाद स्वर्ण जयंती पुस्तकालय परिसर में माल्यार्पण किया गया।

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मौके पर डीएम रोशन कुशवाहा, एसपी योगेन्द्र कुमार एवं महापौर पिंकी देवी सहित प्रशासनिक अधिकारी, साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा कि हमारे जिला बेगूसराय के सिमरिया में पैदा हुए
राष्ट्रकवि दिनकर हिंदी साहित्य के आधार स्तंभ हैं। दिनकर की प्रासंगिकता आज के समय में भी महत्वपूर्ण है। उनकी रचनाएं आजादी के समय और आजादी के बाद देश को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करती रही है। हम सब उनके कृतज्ञ हैं, उन्होंने जो साहित्य दिया, उससे प्रेरणा लेते रहें, रचनाओं को अमर रखें।

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Ramdhari Singh Dinkar – एसपी योगेन्द्र कुमार ने कहा कि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविताओं ने आजादी से पहले देश के युवाओं में जोश भरा। आजादी के संघर्ष में उनकी कविताओं से उपजी ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनकी कविताएं और रचनाएं आज भी प्रासंगिक हैं। युवाओं को पढ़नी चाहिए, प्रेरित होनी चाहिए। दिनकर की रचनाएं इसी प्रकार भविष्य में भी उत्साहित करती रहेगी। दूसरी ओर सुबह से ही एक ओर सोशल मीडिया पर राष्ट्रकवि को याद किया जा रहा है। अहले सुबह से ही हजारों लोग राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कालजयी रचनाओं, कविताओं के माध्यम से उन्हें याद कर नमन कर रहे हैं।

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