अमेरिका की स्पेस ऐजंसी नासा ने पहली बार दुनिया के आगे ब्लैकहोल Sagittarius A की तस्वीरों को पेश किया है| इससे पहले किसी भी देश की स्पेस ऐजंसी ने ब्लैकहोल की तस्वीरों की फोटो शेयर नहीं की थी|
इन तस्वीरों को विज्ञान जगत की बहुत बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है| यह ब्लैक सुदूर आकाशगंगा में स्थित था| माना जा रहा है कि यह ब्लैकहोल पृथ्वी से 4000 करोड़ किमी दूर स्थित था|
हम आपको बता दें कि इस टेलीस्कोप का नाम इवेंट होराइजन टेलिस्कोप है| इस ब्लैकहोल की तस्वीरें लेने के लिए नासा के वैज्ञानिकों ने दुनिया के 6 अलग-अलग जगहों पर टेलीस्कोप लगाए थे|
(हवाई, एरिजोना, स्पेन, मेक्सिको, चिलि दक्षिणी ध्रुव) और साथ ही इस मिशन में बड़ी संख्या में वैज्ञानिकों को शामिल किया गया था| इसका निर्माण खासतौर पर ब्लैक होल की तस्वीर लेने के लिए ही किया गया था|
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दूसरे ब्लैकहोल की बात करें तो इसका साइज सूरज से करीब 6 बिलियन गुना ज्यादा बड़ा है और Sagittarius A* सूरज से करीब 1500 बिलियन गुना बड़ा है| ब्लैकहोल आकाश गंगा के ए87 में स्थित है और यह पृथ्वी से 5350 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर है|
तस्वीरें जारी करते हुए तस्वीरें गोथ यूनिवर्सिटी फ्रैंकफर्ट की लुसिआनो रेजोला का कहना था कि यह ऐसा गड्ढा है, जिसे भरा नहीं जा सकता है| आकाश गंगा में एक छोटे से स्पेस में बहुत बड़ा द्रव्यमान को ब्लैकहोल कहा जाता है|
ब्लैकहोल बहुत ज्यादा ताकतवर होता है और इसका गुरुत्वाकषर्ण भी बहुत शक्तिशाली होता है| ब्लैकहोल का गुरुत्वाकषर्ण इतना ताकतवर होता है कि इससे इलेक्ट्रोमैग्नेटिक विकरण जैसे प्रकाश भी बाहर नहीं आ सकता है|
जिसके चलते इसे ब्लैक होल कहा जाता है, क्योंकि यह अपने ऊपर पड़ने वाले सारे प्रकाश को अवशोषित कर लेता है और कुछ भी बाहर नहीं जाने देता है|
वैज्ञानिकों का कहना है कि Sagittarius A* में सूर्य के मुकाबले 40 लाख गुना ज्यादा द्रव्यमान है, बावजूद इसके धरती से देखने पर यह छोटे धब्बे जैसा दिखाई देता है, जबकि पृथ्वी से यह 26 हजार प्रकाशवर्ष दूर है| इसका डायामीटर पृथ्वी और सूर्य के बीच के 1/ 5 डायामीटर जितना है|
Image Source : Google