ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर 8 से 9 अक्टूबर तक भारत के आधिकारिक दौरे पर आएंगे. ऐसे में मुंबई में उनके स्वागत की जोर शोर से तैयारी चल रही है. खास बात ये है कि बीएमसी मुख्यालय को भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) के झंडों की रोशनी से सजाया गया है, जो देखने में बेहद खूबसूरत लग रहा है. यहां से गुजरने वाले लोग भी इस नजारे को देख रहे हैं. यह चमकदार सजावट दोनों देशों के बीच स्थायी मित्रता और साझेदारी का प्रतीक थी. बीएमसी मुख्यालय ब्रिटिश काल में बना था जो आज भी मुंबई के प्रशासनिक ढांचे का केंद्र है.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री आज बुधवार (8 अक्टूबर) से दो दिन के भारत दौरे पर आ रहे हैं. यह उनका भारत का पहला आधिकारिक दौरा होगा. पीएम स्टार्मर के साथ इस दौरे में करीब 100 से ज्यादा बिजनेस लीडर्स, यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर और सांस्कृतिक क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां आ रही हैं. विदेश मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री स्टार्मर 9 अक्टूबर को मुंबई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. इस दौरान दोनों नेता विजन 2035 के तहत भारत-ब्रिटेन के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी (Comprehensive Strategic Partnership) के विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे.

भारत और ब्रिटेन के बीच कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा

बैठक के बाद राजभवन में प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टार्मर की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी, जहां दोनों देश आपसी संबंधों को और मजबूत करने के संकल्प को दोहराएंगे. इस दौरे का मकसद भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है. बताया जा रहा है कि इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत होगी. भारत-UK कंप्रेहेंसिव इकोनॉमिक एंड ट्रेड एग्रीमेंट (CETA) पर भी चर्चा होगी, जिसे भारत-यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) भी कहा जाता है. अगर इस समझौते को ब्रिटिश संसद से मंजूरी मिल जाती है तो दोनों देशों के बीच 90% से ज्यादा सामानों पर टैरिफ खत्म हो जाएगा.

ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में हिस्सा लेंगे दोनों देशों के पीएम

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट (GFF) में हिस्सा लेंगे. इस दौरान भारत-UK टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी इनीशिएटिव (TSI) पर चर्चा की जाएगी. इस पहल के जरिए टेलीकॉम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्वांटम कंप्यूटिंग, बायोटेक्नोलॉजी और क्रिटिकल मिनरल्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा. मोदी और स्टार्मर क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. दोनों नेता उद्योग विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और नवप्रवर्तकों के साथ भी बातचीत करेंगे.

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