लोकसभा चुनावों के बीच हरियाणा सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने से हरियाणा की राजनीति दिलचस्प हो गई है. एक तरफ जहां विरोधी पार्टियां भाजपा सरकार के अल्पमत में होने का दावा कर रही हैं. तो सरकार का कहना है कि उनके पास बहुमत का आंकडा है. जेजेपी और कांग्रेस के भी कई विधायक उनके संपर्क में हैं.
वहीं, सरकार का साथ छोड़ने वाले तीन निर्दलीय विधायकों को लेकर पूर्व सीएम मनोहर लाल ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि ये बाद में पछताने वाले हैं तो वहीं, कुछ ने तो पछताना शुरू भी कर दिया है और कहा है कि गलती हो गई है हमें वापस ले लो. मनोहर लाल ने कहा कि हमारी सरकार बहुमत में थी और है और आगे भी रहने वाली है.
इसे भी पढ़ें – कुरुक्षेत्र में इंडिया गठबंधन को मिली बड़ी सफलता, 70 सरपंचों ने दिया समर्थन
जेजेपी और कांग्रेस के विधायक हमारे संपर्क में
उन्होंने कहा कि जेजेपी के विधायक उनके संपर्क में हैं. ना केवल जेजेपी बल्कि कांग्रेस के विधायक भी उनके संपर्क में हैं. जब उनके साथ बैठक करेंगे तो उनकी आंखे खुल जाएंगी. हम चाहते हैं कि चुनाव ठीक-ठाक से हो जाएं नहीं तो उन्हें मुंह की खाने पड़ेगी.
भ्रष्टाचार पर बोलते हुए कहा कि जितने भ्रष्टाचार के आकंडे कांग्रेस के सामने आ रहे हैं इतने किसी पार्टी के नहीं. कई नेताओं के बेटे अंदर फंसे पड़ें हैं. कइयों की जमानत की अर्जियां लगी पड़ी हैं. हुड्डा पर तंज कसते हुए मनोहर लाल ने कहा कि इस बार अपनी तकलीफ कम करने के लिए भूपेंद्र हुड्डा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. पिछली बार रोहतर और सोनीपत में हारने के बाद हुड्डा को काफी तकलीफ हुई थी. इस बार एक सीट पर हार की तकलीफ हो इसलिए खुद चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.