संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले लखनऊ के ईको गार्डेन में आयोजित किसानों की (Mahapanchayat In Lucknow) महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने एलान किया कि अगर 3:30 बजे तक सरकार के नुमाइंदों ने इको गार्डन के मंच पर आकर महापंचायत में किसान से बात नहीं की तो राजभवन का घेराव किया जाएगा। जिसके कुछ देर बाद भारतीय किसान यूनियन के छह सदस्य राज्यपाल से मिलने के लिए रवाना हो गए। राज्यपाल से मुलाकात के बाद ही राजभवन तक मार्च करने का निर्णय लिया जाएगा।

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महापंचायत में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत, हन्नान मौला, शिव कुमार आदि बड़े नेता तथा विभिन्न जिलों से आए किसान शामिल हुए हैं। वक्ताओं का कहना है कि छह मांगों को पूरा करने का वायदा करते हुए केंद्र सरकार ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को समाप्त कराया था लेकिन अभी भी मांगे पूरी नहीं हुई है। यदि वे मांगे पूरी नहीं हुई तो किसान फिर से आंदोलन शुरू करेंगे। किसानों ने चेतावनी दी है कि उन्हें रोकने की कोशिश न की जाए किसान रुकने वाले नहीं हैं। ना तो वे दिल्ली जाने से रुके थे न लखनऊ आने से रुके हैं। राजभवन पहुंचने से भी नहीं रुकेंगे।

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Mahapanchayat In Lucknow – राकेश टिकैत ने कहा था कि किसानों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उनकी जमीन कब्जाने की साजिशें हो रही हैं। सरकार कभी खेतों में कटीले तार लगाने पर प्रतिबंध लगाती है तो कभी ट्रैक्टर ट्राली पर। किसान इसका विरोध कर रहे हैं। जीएम सरसों को मंजूरी जैसे निर्णय भी किसान विरोधी हैं। गन्ने का बकाया भुगतान, बिजली आपूर्ति, एमएसपी पर गारंटी, कर्जा माफी, किसान पेंशन, आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमों की वापसी जैसे तमाम मुद्दे हैं जो हल नहीं हो पा रहे हैं।

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