धार्मिक नगरी केवल अध्यात्म ही नहीं बल्कि कारोबार का भी बड़ा केंद्र बनकर उभरती है। जिसे अयोध्या और काशी ने इसे साबित कर दिया है। कभी वीरान सी रहने वाली अयोध्या आज दमक रही है।

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2 साल में हुई 80 हजार रजिस्ट्री

आपको बता दें कि यहां जमीनों की कीमतें आसमान छू रही हैं। तो वहीं मांग का आलम ये है कि केवल 2 साल में 80 हजार रजिस्ट्री रामनगरी में हो गई हैं। ये सिलसिला जारी है जो दूसरी धार्मिक नगरी काशी का रिकार्ड तोड़ सकती है। इस समय काशी में 1.20 लाख रजिस्ट्री की गईं और अयोध्या में जिस जमीन के भाव बीघा में लगते थे,

आज नोएडा और लखनऊ की तरह वर्गफुट में आ गए हैं।आपको बता दें कि पिछले 3-3 सालों में अयोध्या की संपत्ति के दामों में 10 गुना से भी अधिक बढ़ोतरी हुई है। यहां की कोई संपत्ति किस रेट बिक जाए, इसका कुछ कहा नहीं जा सकता।

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बिजनेस हब का रूप लेगा अयोध्या 

लखनऊ-गोरखपुर हाईवे से कुछ दूर हटकर जमीन के दाम आसमान छू रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ बड़ी-बड़ी कंपनियां अब अयोध्या को बिजनेस हब के रूप में देख रही हैं खासतौर पर होटल बिजनेस से जुड़े कारोबारी अब यहां कारोबार जमाने की तैयारी में जुटते दिख रहे हैं।

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