Gallstones : गॉल ब्लाडर में पथरी बनना एक भयंकर पीड़ादायक रोग है। इसे पित्त पथरी कहते हैं। पित्ताशय में दो तरह की पथरी बनती है। प्रथम कोलेस्ट्रोल निर्मित पथरी। दूसरी पिग्मेन्ट से बननेवाली पथरी।
जिसमें से लगभग अस्सी प्रतिशत पथरी कोलेस्ट्रोल तत्व से ही बनती है। पित्त लिवर में बनता है और इसका भंडारण गॉल ब्लेडर में होता है। यह पित्त वसायुक्त भोजन को पचाने में मदद करता है।
पुरुषों में ज्यादा होती ये समस्या
जब इस पित्त में कोलेस्ट्रोल और बिलरुबिन की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तो पथरी निर्माण के लिये आदर्श स्थिति बन जाती है। यह बीमारी आमतौर पर तीस से साठ वर्ष के उम्र के लोगों में पाई जाती है और स्त्रियों की अपेक्षा पुरूषों में चार गुना अधिक पाई जाती है।
ये भी पढ़ें – Winter Vegetables : सर्दियों में जरूर खाएं ये सब्जियां, बीमारियों से रहेंगे दूर
बच्चों और वृद्धों में मूत्राशय की पथरी ज्यादा बनती है, जबकि वयस्को में अधिकतर गुर्दो और मूत्रवाहक नली में पथरी बनती है। पथरी के जिन मरीजों को डायबिटीज की बीमारी होती है, उनको गुर्दे की बीमारी होने की काफी संभावनाएं रहती हैं। अगर किसी मरीज को रक्तचाप की बीमारी है तो उसे नियमित दवा से रक्त चाप को नियंत्रण करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
प्रेग्नेन्सी, मोटापा, मधुमेह, अधिक बैठे रहने वाले लोगों, तेल घी अधिकता वाले भोजन और शरीर में खून की कमी से पित्त पथरी रोग होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इस समस्या को कुछ चमत्कारी उपचारों द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।
ये भी पढ़ें – Benefits of Apricot : दिल से लेकर कैंसर जैसी बीमारियों से दूर रखेगा ये ड्राई फ्रूट, इसे अपनी डाइट में करें शामिल
पित्त की पथरी के चमत्कारी उपाय
- गाजर और ककडी के रस को सौ मिलिलिटर की मात्रा में मिलाकर दिन में दो बार पीने से पित्त की पथरी में लाभ होता है।
- सुबह खाली पेट पचास मिली लीटर नींबू का रस पीने से एक सप्ताह में लाभ होता है।
- शराब, सिगरेट, चाय, कॉफी तथा शकर युक्त पेय हानिकारक हैं। इनसे जितना हो सके बचने की कोशिश करें।
- नाशपती पित्त की पथरी में फायदेमंद होती है, इसे खूब खायें। इसमें पाये जाने वाले रसायनिक तत्वों से पित्ताषय के रोग दूर होते हैं।
- विटामिन सी अर्थात एस्कोर्बिक एसिड के प्रयोग से शरीर का प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनती है। यह कोलेस्ट्रोल को पित्त में बदल देता है। इसकी तीन से चार गोली रोज लेने पर पथरी में लाभ होता है।
ये भी पढ़ें – Dry Fruits for Hypertension : हाई बीपी की समस्या से हैं परेशान, इन ड्राई फ्रूट्स से निकलेगा समाधान
- पित्त पथरी के रोगी भोजन में अधिक से अधिक मात्रा में हरी सब्जियां और फल लें। इनमें कोलेस्ट्रोल कम मात्रा में होता है और यह प्रोटीन की जरूरत भी पूरी करते हैं।
- तली और मसालेदार चीजों से दूर रहें और संतुलित भोजन ही करें।
- खट्टे फलों का सेवन करें। इनमें मौजूद विटामिन सी गॉलब्लैडर की पथरी दूर करने के लिए काफी मददगार साबित होता है।