भोपाल : फिल्म अभिनेता गोविंदा ने सनातन धर्म को समुद्र की तरह बताया है। उन्होंने (Govinda On Sanatan) कहा है कि समुद्र किसी पर रोक-टोक नहीं लगाता। वह अपनी विशालता का प्रभाव देता है। गोविंदा ने यह बात शुक्रवार को राजधानी भोपाल में मीडिया से बातचीत करते हुए कही।

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गोविंदा ने कहा कि सनातन धर्म यह नहीं कहताए तुम रुको, तुम ठहरो, तुमसे नहीं मिलेंगे। समुद्र मातृत्व भाव है, उससे बढ़कर कुछ भी नहीं है। वहीं वन नेशन वन इलेक्शन पर गोविंदा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आप ही आप हैं तो फिर क्या आप हैं। सरकार पक्ष की अलग सोच होती है।

Govinda On Sanatan – सरकार पक्ष कह सकता है कि हम हमारे अलावा और किसी को देखना नहीं चाहते। यह सरकार पक्ष की अपनी सोच हो सकती है। लेकिन देश में हर किसी को पर्सनल टच चाहिए। प्रतिक्रिया वालों को भी सामने आना चाहिए। ऐसा नहीं है कि आप ईश्वर हो गए। टोकने वाला व्यक्ति भी सामने आए। हर व्यक्ति विशेष को मंच प्रदान किया जाए और उसे दिल की कहने का मौका दिया जाए। यदि क्रिया की प्रतिक्रिया के लिए लोग ना हो तो क्रिया के भाव खुद ही नहीं समझ पाते।

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गोविंदा ने कहा कि नाम के अनुसार फिल्म मिली तो मैं जरुर काम करूंगा। ऐसी कोई फिल्म नहीं मिली इसलिए नहीं आई। मध्य प्रदेश में फिल्म सिटी बोले बनाने पर बोले गोविंदा फिल्में दक्षिण का भाग है। मध्य प्रदेश स्थान हृदय का है। मध्य प्रदेश के आर्टिस्ट का कोई तोड़ नहीं है। तानसेन जैसा क्लासिकल सिंगर कोई नहीं निकल पाया।

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