लखनऊ ; मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फल, शाकभाजी, पुष्प, मौन पालन, औषधीय पौधों के उत्पादकों और खाद्य प्रसंस्करण उत्पादकों के बीच प्रतिस्पर्धा (Fruit And Flower Exhibition) बढ़ाने के लिए प्रदेश में मंडल स्तर पर फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन करने के निर्देश दिए हैं। इससे जहां एक ओर किसानों की आय बढ़ेगी, वहीं दूसरी ओर लघु उद्योग के रूप में विकसित किया जा सकेगा। सीएम योगी ने कहा कि इस तरह के आयोजन से औद्यानिक क्षेत्र के उत्पादकों को प्रोत्साहन मिलने के साथ उन्हे वैज्ञानिक ढंग से उत्पादन, रख-रखाव तथा विपणन की नई तकनीक सीखने को मिलेगी।

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मुख्यमंत्री योगी के सामने बैठक में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि अब तक मंडल स्तर पर आगरा, लखनऊ में फल, शाकभाजी एपं पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया जा चुका है। जबकि, प्रयागराज में 24 से 25 फरवरी, वाराणसी में 25 से 26 फरवरी और सहारनपुर में 14 से 17 मार्च के बीच प्रदर्शनी का आयोजन किया जाना है। इसके अलावा अन्य मंडल अलीगढ़, आजमगढ़, बरेली, अयोध्या, देवीपाटन, गोरखपुर, बस्ती, झांसी, चित्रकूट धाम, कानपुर, मेरठ, मुरादाबाद और मीरजापुर में प्रदर्शनी को लेकर तैयारियां अंतिम दौर में है,लेकिन अभी डेट फाइनल नहीं हुई है।

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Fruit And Flower Exhibition – सीएम योगी आदित्‍यनाथ को अधिकारियों ने बताया कि मार्च तक बचे सभी मंडल में प्रदर्शनी का आयोजन कर दिया जाएगा। साथ ही प्रदर्शनी में प्रतियोगिता को दो श्रेणी में बांटा गया है। प्रतियोगिता में शामिल होने वाले प्रतिभागियों के लिए नियम भी निर्धारित कर दिए गए हैं। पहली श्रेणी में शाकभाजी, हाइब्रिड शाकभाजी, पॉली हाउस में उत्पादित सब्जियों, जैविक शाकभाजी, फल, विशिष्ट फल, मशरूम, फल संरक्षण, शहद एवं पान के पत्तों की प्रतियोगिता को रखा गया है।बैठक में अधिकारियों ने सीएम योगी को बताया कि प्रदेश में मंडल स्तर पर प्रदर्शनी का आयोजन करने के लिए बजट भी आवंटित कर दिया गया है।

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