लोक सभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी अपने संगठन को चुस्त-दुरुस्त करेगी। (Change In UP BJP) नगरीय निकाय चुनाव टलने के कारण भाजपा को इस बदलाव के लिए समय मिल गया है। नई दिल्ली में सोमवार से शुरू हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद संगठन में बहुप्रतीक्षित बदलाव की कवायद शुरू होगी।यह शुरुआत भाजपा की प्रदेश टीम से होगी। बीते दिनों राजधानी के प्रवास पर आये भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष के साथ प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह संगठन में बदलाव के बारे में चर्चा कर चुके हैं। भाजपा के एक व्यक्ति, एक पद के सिद्धांत में फिलहाल तीन प्रदेश पदाधिकारी फिट नहीं बैठते हैं।
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योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अरविंद कुमार शर्मा ऊर्जा व नगर विकास मंत्री, जेपीएस राठौर सहकारिता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और दयाशंकर सिंह परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाये गए हैं। स्वाभाविक तौर पर इन तीनों मंत्रियों की संगठन से विदाई तय है। इनके अलावा लंबे समय से प्रदेश टीम का हिस्सा रहे कुछ और पदाधिकारी भी बदले जाएंगे। भाजपा में यह परंपरा रही है कि संगठन में 40 प्रतिशत चेहरे नए हों। पुराने चेहरों को हटाकर उनकी जगह नए लोगों को लाने में पार्टी जातीय और क्षेत्रीय समीकरण का ध्यान रखेगी।
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Change In UP BJP – भाजपा के सात मोर्चों में से कुछ के प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की सुगबुगाहट है।भाजपा अपने क्षेत्रीय संगठन में बदलाव करेगी। प्रदेश और क्षेत्र स्तर पर बदलाव के बाद जिलों और मंडलों में भी सांगठनिक फेरबदल होगा। जिन जिलाध्यक्षों के खिलाफ परिवारवाद, भ्रष्टाचार और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने की शिकायतें मिली हैं, उन्हें हटाया जाएगा। लंबे समय से जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर डटे रहने वालों को भी हटाये जाने पर विचार हो रहा है।