लुधियाना : लुधियाना उपचुनाव के नतीजों का ऐलान हो चुका है, जिसमें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने 10 हज़ार से अधिक वोटों की बड़ी बढ़त के साथ जीत हासिल की है। इन चुनावों में शिरोमणि अकाली दल को बहुत ही शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। एडवोकेट परउपकार सिंह घुम्मण न (Akali Dal’s shameful defeat) सिर्फ चुनाव हार गए, बल्कि अपनी जमानत भी नहीं बचा सके।
Akali Dal’s shameful defeat – उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा को कुल 35,179 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार भारत भूषण आशु 24,542 वोट ही हासिल कर सके। इसी तरह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को 20,323 वोट मिले और वे तीसरे स्थान पर रहे, जबकि शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार परउपकार सिंह घुम्मण 8,203 वोटों के साथ चौथे स्थान पर रहे। जहां संजीव अरोड़ा 10 हज़ार से भी ज्यादा वोटों से जीत दर्ज करने में सफल रहे, वहीं अकाली दल के उम्मीदवार परउपकार सिंह घुम्मण कुल 10 हज़ार वोट भी नहीं जुटा सके।
यहां तक कि शिरोमणि अकाली दल भाजपा से भी काफी पीछे रह गया। भाजपा ने अपने उम्मीदवार का ऐलान बिल्कुल अंतिम समय में किया था, जबकि अकाली दल ने परउपकार सिंह घुम्मण को पहले ही चुनाव मैदान में उतार दिया था। इस कारण घुम्मण को प्रचार का अधिक समय भी मिला, लेकिन इसके बावजूद उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा। इसके साथ ही, परउपकार सिंह घुम्मण के उम्मीदवार बनाए जाने के समय से ही यह चर्चा थी कि अकाली दल ने उम्मीदवार चयन में गलती कर दी है। अगर 2022 के चुनाव परिणामों की तुलना आज के नतीजों से करें तो उस समय अकाली दल ने महेशइंदर सिंह ग्रेवाल को चुनाव मैदान में उतारा था। हालांकि वह जीत नहीं सके थे, लेकिन उनका प्रदर्शन परउपकार सिंह घुम्मण की तुलना में बेहतर रहा था।महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने उस समय 10,072 वोट हासिल किए थे, जबकि परउपकार सिंह घुम्मण सिर्फ 8,203 वोट ही जुटा सके।