Now after 34 years railway mail service office shifted from Bhiwani to Rohtak

डाकघर में लाइन में लगे लोग
– फोटो : अमर उजाला


भिवानी में 34 सालों से चल रही रेलवे मेल सर्विस (आरएमएस) को अब रोहतक कार्यालय में शिफ्ट किया गया है। रेलवे डाक सेवा का ये कार्यालय इसलिए यहां से शिफ्ट हुआ है कि यहां विभाग के नॉमर्स के अनुसार डाक छंटनी का कार्य नहीं हो पा रहा था। इसलिए इसे रोहतक शिफ्ट किया है। इससे अब डाक सर्विस के कार्य में भी तेजी आएगी। जो डाक दिल्ली से भिवानी पहुंचने में तीन दिन लेती थी अब उसे एक ही दिन में डिलीवर कर पाना संभव होगा।

15 कर्मचारियों को भी रोहतक स्थानांतरित किया

भिवानी के विजय नगर कॉलोनी में 1989 में डाक विभाग का रेलवे मेल सर्विस कार्यालय खोला गया था। ये कार्यालय एक रिहायशी मकान में चलता रहा। अब इस कार्यालय को डाक विभाग ने रोहतक डाक विभाग कार्यालय में शिफ्ट कर दिया है। इसी के साथ इस कार्यालय में काम करने वाले सभी 15 कर्मचारियों को भी रोहतक स्थानांतरित कर दिया है।

करीब 1200 से 1500 डाक छंटनी की जाती थी

रेलवे मेल छंटनी कार्यालय में रोजाना ही करीब 1200 से 1500 डाक छंटनी की जाती थी। इसे संबंधित डाकघरों में भेजा जाता था। ये कार्यालय दिन में ही चलते थे, मगर अब रोहतक में शिफ्ट होने के बाद ये कार्यालय अब रात के समय 11 घंटे तक खुले रहेंगे। भिवानी से भेजी गई डाक शाम तक रोहतक डाकघर में पहुंचेगी उसे रात भर छंटनी कर सुबह संबंधित डाकघर में भेजा जाएगा और उसी दिन वह डाकिये से संबंधित पते पर डिलीवर भी हो जाएगी।

रात के समय कार्यालय में डाक छंटनी का काम लगातार चलेगा

इसी तरह पहले दिल्ली से भेजी गई डाक पहले रोहतक जाती थी, जो एक दिन तक यहां रहती थी। फिर उसे भिवानी भेजा जाता था, यहां पर भी एक दिन लगता था, इस तरह से एक डाक को तीन से चार दिन लगते थे, लेकिन अब दूसरे दिन ही डाक संबंधित पते पर डिलीवर होगी। इसी तरह अंबाला से भिवानी को एक डाक में तीन दिन लगते थे। मगर, अब ये एक दिन में ही पहुंच जाएगी। क्योंकि रात के समय कार्यालय में डाक छंटनी का काम लगातार चलेगा।

अधिकारी के अनुसार

भिवानी के रेलवे मेल सर्विस कार्यालय को रोहतक डाकघर में शिफ्ट किया गया है। इस कार्यालय के शिफ्ट होने के बाद रोहतक में रात के समय में डाक छंटनी का काम शुरू होगा। इसके बाद जो डाक तीन दिन में डिलीवर होती थी, उसे एक दिन में डिलीवर कर पाना संभव होगा। डाक कर्मचारी रात को 11 घंटे काम और 36 घंटों का आराम करेंगे। – कृष्ण राणा, अधीक्षक, रेलवे डाक सेवा, दिल्ली।

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