नई दिल्ली : छत्रसाल स्टेडियम मॉडल टाउन में सोमवार को भारतीय योग संस्थान का 57वां योग दिवस समारोह संपन्न हुआ। जिसमें 10000 से अधिक साधकों ने श्वेत वस्त्र धारण किए हुए थे। इस मौके (Yoga Day) पर ध्वजारोहण, दीप प्रज्वलन, शंखनाद, सरस्वती वंदना, आकाश में उड़ते रंग-बिरंगे गुब्बारे व शांति के प्रतीक सफेद कबूतरों ने सबका मन मोह लिया। इस कार्यक्रम में दिल्ली के बाहर से गाजियाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, रोहतक, नोएडा, खतौली, उकलाना, नरवाना टोहाना आदि शहरों से भी साधक-साधिकाओं ने भाग लिया।

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Yoga Day – संस्थान के वरिष्ठ अधकारियो द्वारा कराए गए सामूहिक योगाभ्यास का दृश्य बड़ा ही मनमोहक था। संगीत समिति ने मधुर प्रेरक व सामूहिक गीत प्रस्तुत किया। वंदे योगम योगम शरण छत्रसाल स्टेडियम में भारतीय संस्थान द्वारा आयोजित 57वां योग दिवस के अवसर पर संस्थान के अखिल भारतीय प्रधान श्री देशराज जी ने कार्यक्रम में उपस्थित लगभग 10000 साधक व दर्शकों को हार्दिक बधाई दी एवं संस्थान का परिचय देते हुए मौजूद रोग व योग सार गर्वित वार्ता दी श्री देशराज ने बताया कि मधुमेह का रोग आधुनिक निष्क्रिय व तनाव युक्त जीवन शैली का परिणाम है।

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उन्होंने मधुमेह रोग के कारण व दुष्परिणाम बताते हुए कहा कि जब मधुमेह का रोगी नियमित योगाभ्यास व प्राकृतिक जीवन शैली को अपनाता है, तो वह इस दुसाध्य रोग को नियंत्रित करते हुए एक अच्छा जीवन जी सकता है। इस अवसर पर महामंत्री ललित गुप्ता ने सर्वप्रथम संस्थान के संस्थापक सदस्य श्री श्री प्रकाश लाल जी को सादरपूर्वक नमन करते हुए कहा कि उन्होंने संस्थान की स्थापना भारतीय संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए की उन्होंने बताया कि आज संस्थान के 4500 से अधिक साधना केंद्र भारत के अतिरिक्त यूके यूएसए ऑस्ट्रेलिया मॉरीशस फिजी दुबई नेपाल कनाडा और ताइवान में भी निशुल्क चल रहे हैं।

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