शिमला : हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramadiya Singh Received Invitation) ने सोमवार को कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। इससे इस बारे में उनका रुख स्पष्ट हो गया। हालांकि उनकी पार्टी के शीर्ष नेताओं ने 22 जनवरी के कार्यक्रम को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। सिंह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे होने के साथ ही राज्य के लोक निर्माण मंत्री हैं।
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विक्रमादित्य सिंह ने रामलला के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में शामिल होने के निमंत्रण के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद को धन्यवाद दिया। सिंह ने यहां मीडिया से कहा, यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है और मैं हिमाचल प्रदेश से आमंत्रित कुछ लोगों में शामिल होने पर स्वयं को भाग्यशाली मानता हूं और मुझे और मेरे परिवार को यह सम्मान देने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) को धन्यवाद देता हूं।
उन्होंने कहा, यह इस ऐतिहासिक दिन का हिस्सा बनने का जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर है और ‘देव समाज’ में विश्वास रखने वाले एक हिंदू के रूप में, यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं इस अवसर पर उपस्थित रहूं और भगवान राम की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ का गवाह बनूं। हिमाचल प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री सिंह ने इससे पहले 4 जनवरी को कहा था कि वह अपनी ‘सुविधा’ के अनुसार राम मंदिर जाएंगे।
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Vikramadiya Singh Received Invitation – इसके बाद सिंह ने निमंत्रण मिलने की जानकारी देते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अपनी योजनाओं से पहले ही अवगत करा चुके हैं। सिंह ने कहा था, मैं एक हिंदू धर्मनिष्ठ परिवार से आता हूं और मेरा मंदिर जाने का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। मैंने रिकॉर्ड पर कहा है कि हमारी मान्यताओं का राजनीतिक विचारधारा से कोई लेना- देना नहीं है और यह मेरे और मेरे परिवार के लिए गहरी आस्था का विषय है और मैं निश्चित रूप से राम मंदिर जाऊंगा।