USA News: अमेरिकी कांग्रेस के निम्न सदन प्रतिनिधि सभा के डेमोक्रेटिक सदस्यों ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग पर ऐतिहासिक सुनवाई शुरू करने का प्रस्ताव उच्च सदन सीनेट को भेज दिया। अमेरिकी कैपिटल की हिंसक घेराबंदी को लेकर पूर्व राष्ट्रपति की आलोचना करने वाले रिपब्लिकन सीनेटर उन्हें मामले में दोषी ठहराने के मुद्दे पर नरम होते नजर आ रहे हैं। इस रुख को पार्टी पर ट्रंप की पकड़ बने रहने का शुरूआती संकेतमाना जारहा है। प्रतिनिधि सभा के नौ अभियोजकों ने कैपिटल पर विद्रोह के लिए भड़काने के एकमात्र आरोप के आधार पर महाभियोग का प्रस्ताव लेकर सीनेट तक रस्मी मार्च उसी हॉल से होकर निकाला जिसमें दंगाइयों ने महज कुछ हफ्ते पहले तोड़फोड़ की थी।
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वहीं ट्रंप की आलोचना करने वाले रिपब्लिकन सदस्य छह जनवरी के दंगे के बाद से न केवल शांत हैं बल्कि सुनवाई की वैधता के खिलाफ कानूनी तर्क दे रहे हैं और पूछरहे हैं कि क्या बाइडन के चुनाव को खारिज करने की ट्रंप की बार-बार उठाई गई मांग उकसाने के समान है। कुछ डेमोक्रेटिक सदस्यों का मानना है कि यह स्पष्ट मामला है, क्योंकि ट्रंप ने अपना राष्ट्रपति पद बचाने के लिए भीड़ को लड़ने के लिए उकसाया लेकिन रिपब्लिकन की सोच अलग है। उन्हें कानूनी चिंता के साथ यह भी डर है कि ट्रंप के समर्थक नाराज हो सकते हैं जो पार्टी के भी मतदाता हैं। सीनेटर जॉन कॉर्निल ने पूछा कि अगर कांग्रेस पूर्व अधिकारियों के खिलाफ महाभियोग की सुनवाई शुरू करेगी तो उसके बाद क्या होगा, क्या यह पूर्व राष्ट्रपति ओबामा तक जा सकता है? उन्होंने कहा कि ट्रंप को पहले ही जवाबदेह ठहराया जा चुका है कि हमारी प्रणाली में चुनाव हारना एक तरह की सजा है।
USA News: उल्लेखनीय है कि सीनेट में महाभियोग की सुनवाई आठ फरवरी से शुरू होगी और ट्रंप पहले पूर्व राष्ट्रपति होंगे जिनके खिलाफ पद छोड़ने के बाद महाभियोग की सुनवाई होगी। बाइडन ने कहा कि महाभियोग पर सुनवाई होनी ही चाहिए।इसका उनके एजेंडे पर प्रभाव पड़ सकता है। वह नहीं मानते कि पर्याप्त रिपब्लिकन सीनेटर महाभियोग के पक्ष में मतदान करेंगे लेकिन ट्रंप का कार्यकाल अगर छह महीने बचा होता तो इसका प्रभाव अलग होता।
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