रांची/नई दिल्ली : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शु्क्रवार को केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र पर केंद्र का (Unite Against Centre) हमला गंभीर चिन्ता का विषय है। उन्होंने साथ ही घोषणा की कि संसद में केन्द्रीय अध्यादेश का विरोध करने में उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) आम आदमी पार्टी का साथ देगी। प्रेस कांफ्रेंस के पहले अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने लगभग डेढ़ घंटे तक इस मुद्दे पर आपस में चर्चा की। चर्चा में आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, राघव चड्ढा, झामुमो की राज्यसभा सांसद महुआ माजी, दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी और दिल्ली विधानसभा के सदस्य विनय मिश्र भी उपस्थित रहे।
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केजरीवाल ने कहा कि हेमंत सोरेन के साथ हमारा भाई का रिश्ता है। आपस में हम लोगों ने कई विषयों पर चर्चा की है। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने हमसे बहुत सी शक्तियां छीन ली थी लेकिन 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली की चुनी हुई सरकार को वो सारी शक्तियां लौटा दीं। इसके बाद 19 मई को रात के अंधेरे में एक अध्यादेश जारी कर मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलट दिया। इस अध्यादेश को मानसून सत्र में संसद में पेश किया जायेगा। इसके खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना होगा। केजरीवाल ने केंद्र के अध्यादेश को दिल्ली के लोगों के साथ अन्याय बताया। साथ ही कहा कि केंद्र सरकार ने जो किया, वह दिल्ली की जनता का अपमान है।
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Unite Against Centre – केजरीवाल ने कहा कि अगर राज्यसभा में सभी गैर भाजपा सदस्य एकजुट हो जाएं तो राज्यसभा में भाजपा को हराया जा सकता है। क्योंकि, आज दिल्ली के साथ जो हुआ है, कल अन्य राज्यों के साथ भी हो सकता है। इसलिए इस अध्यादेश का डटकर विरोध करना होगा। दिल्ली के सीएम ने दावा किया कि सभी पार्टियों का उन्हें समर्थन मिल रहा है। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने भी उन्हें आश्वस्त किया है कि संसद से सड़क तक वे मोदी सरकार के इस अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी की लड़ाई को अपना समर्थन देंगे। मैं दिल्ली की जनता की ओर से हेमंत को धन्यवाद देता हूं। झारखंड के लोगों को भी धन्यवाद देता हूं।