भारत एक ऐसा देश है जो अपनी कामयाबी के साथ-साथ दूसरों के बारे में भी सोचता है| जिस तरीके से भारत ने भूकंप के वक्त नेपाल की मदद की| आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोतिहारी और अमलेखगंज (नेपाल) के बीच पेट्रोलियम उत्पाद पाइपलाइन का उद्घाटन किया|
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए इस पाइपलाइन का उद्घाटन किया है| इस दौरान उन्होंने कहा कि “मोतिहारी-अमलेखगंज पाइपलाइन दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सम्बंधों का प्रतीक है|”
3.5 बिलियन रुपये की इस तेल पाइपलाइन का परियोजना पहली बार 1996 में प्रस्तावित किया गया था, लेकिन 2014 में पीएम मोदी की नेपाल यात्रा के बाद से इसमें तेजी आई| पिछले साल नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत का दौरा किया| दौरे के वक्त प्रधानमंत्री मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने संयुक्त रूप से नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में परियोजना के लिए आधारशिला रखा था|
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उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह काफी संतोष की बात है कि दक्षिण एशिया का पहला क्रॉस-बॉर्डर पेट्रोलियम पाइपलाइन का काम रिकॉर्ड समय में पूरा हो गया| यह अपने अपेक्षित समय से आधे में ही तैयार हो गया है|’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘ इसका श्रेय आपके नेतृत्व, नेपाल सरकार के समर्थन और हमारे संयुक्त प्रयासों को जाता है|
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पीएम मोदी ने हिमालयी राष्ट्र के विकास में मदद के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई उन्होंने कहा कि ” 2015 में विनाशकारी भूकंप के बाद जब नेपाल ने पुनर्निर्माण किया, भारत ने पड़ोसी और करीबी दोस्त के रूप में सहयोग के लिए हाथ बढ़ाया| मुझे खुशी है कि हमारे संयुक्त सहयोग के कारण नेपाल के गोरखा और नुवाकोट जिलों में फिर से घर बनाए गए हैं|
इस साल अप्रैल के मध्य में मोतिहारी-अमलेखगंज पाइपलाइन के परिचालन की शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन नेपाल में परसा नेशनल पार्क के अंदर पेड़ों को काटने की अनुमति के कारण देरी हो गई|
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