वाराणसी : महाशिवरात्रि पर्व पर काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के विवाहोत्सव की (Mahashivratri 2023) तैयारियां शुरू हो गई हैं। फाल्गुन मास की कृष्णपक्ष की चतुर्दशी महाशिवरात्रि पर शिव-पार्वती विवाह के उत्सव के क्रम में गुरुवार को विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ. कुलपति तिवारी के टेढ़ीनीम स्थित आवास पर हल्दी की रस्म होगी। बाबा के रजत विग्रह के समक्ष हल्दी तेल का लोकाचार पूर्ण किया जाएगा।। संध्या बेला में भगवान शिव को हल्दी लगाई जाएगी। इसके पूर्व बसंत पंचमी पर बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ की प्रतिमा के समक्ष तिलकोत्सव की परंपरा का निर्वाह किया गया था। हल्दी की रस्म के लिए गवनहिरयों की टोली संध्या बेला में महंत आवास पर जमा होगी।
इसे भी पढ़ें – उद्योगों की सुगमता के लिए आवश्यक निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाए : जेपीएस राठौर
Mahashivratri 2023 – मंगल गीतों के गान के बीच बाबा को हल्दी लगाई जाएगी। यह रस्म पूर्व महंत डा. कुलपति तिवारी के सानिध्य में होगी। मांगलिक गीतों से महंत आवास गुंजायमान होगा। ढोलक की थाप और मंजीरे की खनक के बीच शिव-पार्वती के मंगल दाम्पत्य की कामना के गीत मुखर होंगे। हल्दी के पारंपरिक शिव गीतों में दुल्हे की खूबियों का बखान किया जाएगा। इन्हीं गीतों के जरिये भूतभावन महादेव को दूल्हन का ख्याल रखने की ताकीद भी दी जाएगी।
इसे भी पढ़ें – अब्दुल्ला आजम की विधायकी गयी, रामपुर की स्वार विधानसभा सीट फिर रिक्त
महंत डाॅ. कुलपति तिवारी ने बुधवार शाम को बताया कि इस अवसर पर शिवांजलि के तहत मथुरा से आमंत्रित आशीष सिंह का कथक नृत्य होगा। अन्य स्थानीय कलाकार भजनों की प्रस्तुति करेंगे। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि की महानिशा के चारों प्रहर में महंत परिवार द्वारा की जाने वाली बाबा विश्वनाथ की आरती के विधान पूर्ण करने की तैयारी कर ली गई है। महंत परिवार के सदस्यों के मार्गदर्शन में बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती के विवाह का कर्मकांड पूर्ण परंपरानुसार पूर्ण किया जाएगा।