दिल्ली की मशहूर यूनिवर्सिटी जेएनयू (JNU) में नॉनवेज खाने और रामनवमी की पूजा को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद देर रात तक जेएनयू परिसर में दिल्ली पुलिस तैनात रही। जेएनयू (JNU) परिसर में रविवार को दो बार वाम संगठनों और एबीवीपी से जुड़े छात्रों के बीच टकराव हुआ। छात्रों का कहना है कि दोपहर के समय हुई घटना के बाद पर जेएनयू में पुलिस पहुंच गई थी लेकिन इसके बावजूद रात को छात्रों में झड़प हुईं। इसे देखते हुए रात को अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई।

इसे भी पढ़ें – तजिंदर पाल सिंह बग्गा के परिवार को पंजाब पुलिस ने किया परेशान, भाजपा मीडिया प्रकोष्ठ प्रमुख नवीन जिंदल के घर भी गई पुलिस

JNU – जेएनयू प्रशासन के अनुरोध पर पुलिस कैंपस में आई है। घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेज दिया गया है। खबर लिखे जाने तक फिलहाल कैंपस में पुलिस दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों से पूछताछ कर रही थी। दोनों पक्ष अलग-अलग बैठकें करने में जुटे हैं। जेएनयू छात्र संगठन ने पूरे मामले की शिकायत जेएनयू प्रशासन से की है।

जेएनयू प्रशासन का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही जी और ऐसी किसी भी अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि किसी के पहनावे पर, खाने पर और आस्था पर कोई रोक-टोक नहीं की जा सकती है। सभी छात्र अपने हिसाब से अपने धर्म का पालन करते हैं। मेस स्टूडेंट कमेटी चलाती है और वही मेन्यू भी तय करती है।

इसे भी पढ़ें – दिल्ली की सड़कों पर ये कैसे भिखारी, किन्नर बनकर मांगते है भीख

वाम पंथी छात्रों ने आरोप लगाया कि एबीवीपी के छात्रों ने कावेरी हॉस्टल मेस सचिव से भी मारपीट की है। वहीं एबीवीवी छात्रों ने आरोप लगाया कि वाम पंथी छात्रों ने कावेरी हॉस्टल में उन्हें रामनवमी की पूजा करने से रोका। हालांकि बाद में रामनवमी पूजा संपन्न कर ली गई।जेएनयू में मारपीट की घटना के बाद दोनों पक्षों ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किए हैं। उन्होंने एक दूसरे पर घटना के लिए आरोप लगाया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और वाम संगठनों के नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर घटना के बारे में बताया।

परिसर में पुलिस पहुंचने के बाद छात्र माही मांडवी हॉस्टल पर एकत्र हुए। देर रात परिसर में विरोध मार्च निकालने की  तैयारी है। छात्र संगठन घटना के लिए एक दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं। दोनों पक्षों के जुटने से पुलिस बल की संख्या भी परिसर में बढ़ाई गई है।

Share.
Exit mobile version