वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ कल दिल्ली के जंतर-मंतर पर मुसलमानों का जुटान है. वक्फ संपत्ति की रक्षा के लिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भारत की मुसलमानों से अपील (Muslim’s protest against waqf amendment bill) की है कि वे इस बिल के विरोध में जंतर मंतर पर पहुंचे. AIMPLB ने कहा है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भारत के मुसलमानों को आवाज देता है.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने पोस्टर जारी कर कहा है कि हम भारतीय मुसलमानों को यह अहसास है कि वक्फ संशोधन बिल अवकाफ को हड़पने की एक सोची समझी साजिश है, जिसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा. मिल्लत-ए-इस्लामिया वक्फ संशोधन बिल को खारिज करता है.
Muslim’s protest against waqf amendment bill – ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा वक्फ बिल के खिलाफ 13 मार्च को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था. बोर्ड के प्रवक्ता एसक्यूआर इलियास ने बताया कि यह प्रदर्शन 13 मार्च को होना था, लेकिन होली की छुट्टियों के कारण इसे स्थगित कर दिया गया है और उस दिन संसद की बैठक भी नहीं होगी. उन्होंने यह भी बताया कि इस विरोध प्रदर्शन के लिए कई सांसदों को आमंत्रित किया गया है.
यह मुसलमानों पर सीधा हमला है- AIMPLB
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि यह मुसलमानों पर सीधा हमला है. बोर्ड के प्रवक्ता इलियास ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि संसद की संयुक्त समिति हमारे सुझावों पर विचार करेगी लेकिन न तो हमारी राय पर विचार किया गया और न ही विपक्षी दलों द्वारा प्रस्तावित संशोधनों को शामिल किया गया. उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने संसदीय पैनल द्वारा मांगे गए सुझावों पर ईमेल के माध्यम से 3.6 करोड़ से अधिक प्रतिक्रियाएं उपलब्ध कराई हैं. AIMPLB का कहना है कि सरकार ये संशोधन हमारे ऊपर थोपना चाहती है.