13-14 जून को होने वाले बिश्केक के शंघाई कोर्पोरशन ऑर्गनाइज़ेशन की मीटिंग से पहले पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को एक खत लिखा|
उस खत में इमरान खान ने नरेंद्र मोदी को दूसरी बार प्रधान मंत्री पद जीतने के लिए बधाई दी और साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह दक्षिण एशिया के साथ शांति से रहना चाहते है और इसके साथ ही वह भारत के साथ सभी बकाया मुद्दों को समाप्त करना चाहतें है जिसमे जम्मू और कश्मीर का मुद्दा भी शामिल है|
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ऐसा दूसरी बार हो रहा है कि पाकिस्तान के प्रधान मंत्री ने नरेंद्र मोदी के सामने शांति का प्रस्ताव रखा है| इस खत के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भारत के एक्सटर्नल अफेयर मंत्री, एस. जयशंकर को भी खत लिखा जिसमे उन्होंने भी जयशंकर को बधाई दी और इमरान खान जैसे ही विचार व्यक्त किये|
मंत्रियों में ट्वीट्स
यह माना जा रहा है कि इमरान खान को समझ आ गया है कि दोनों देशों की समस्याओं का सामना करने के लिए उन्हें मोदी के साथ मिलकर काम करना होगा| सूत्रों द्वारा यह भी सूचना मिली है कि इन खतों के बाद दोनों मंत्रियों में ट्वीट्स की अदला बदली भी हुई थी और साथ ही उन्होंने 26 मई, 2019 को फ़ोन पे बात भी की थी|
फ़ोन कॉल पर हुई उनकी बातचीत की रिपोर्ट मिलने पर यह सामने आया कि पहले इमरान खान ने मोदी को बधाई दी और कहा, “वह प्रगति और समृद्धि के लिए अपनी दृष्टि को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं|”
इसके जवाब में, मोदी ने कहा था कि “विश्वास, हिंसा और आतंकवाद से मुक्त वातावरण इस क्षेत्र में प्रगति और समृद्धि को बढ़ावा देने लिए आवश्यक है|”
ऐसा कहा जा रहा है कि यह पुलवामा हमले के बाद दोनों मंत्रियों की पहली बातचीत है| पुलवामा हमले और उसके बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद दोनों मंत्रियों के बीच बातचीत नहीं हुई थी और कल उन्होंने शांति की बात करके दोनों देशों में अमन की आशा जगाई है|
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