हरियाणा कांग्रेस (Haryana Congress) के नए अध्यक्ष के तौर पर भूपिंदर सिंह हुड्डा के करीबी उदयभान को कमान सौंपी गई है। लंबे समय से पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा इसकी मांग कर रहे थे कि प्रदेश अध्यक्ष बदलना चाहिए। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा से उनकी अदावत जगजाहिर थी। लेकिन दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वालीं कुमारी शैलजा को हटाने पर हाईकमान तैयार नहीं था। ऐसा करने पर उनकी बिरादरी में गलत संदेश जाता। ऐसे में उदयभान को लाकर हाईकमान ने संतुलन बनाने का प्रयास किया है। वह दलित समुदाय से ही आते हैं और भूपिंदर सिंह हुड्डा के करीबी भी हैं। इस तरह सोनिया गांधी ने हरियाणा में कलह को खत्म करने की कोशिश की है।
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Haryana Congress – अहम बात यह है कि कांग्रेस हाईकमान ने भूपिंदर सिंह हुड्डा को कमान जरूरी दी है, लेकिन अन्य नेताओं को भी निराश नहीं किया है। यह कहा जा सकता है कि हुड्डा के करीबी को कमान देने के बाद भी हाईकमान ने बैलेंस बनाए रखा है। इसकी वजह यह है कि उदयभान के अलावा पार्टी ने 4 कार्यकारी अध्यक्षों के नाम भी घोषित किए हैं, जो अलग-अलग नेताओं के करीबी हैं। नए बने कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश गुप्ता को रणदीप सिंह सुरजेवाला का करीबी माना जाता है, जो टीम राहुल का हिस्सा माने जाते हैं। इसके अलावा विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को भी कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
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इसके अलावा ब्राह्मण समुदाय से आने वाले जितेंद्र कुमार भारद्वाज को भी कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। उन्हें भूपिंदर सिंह हुड्डा के करीबी नेताओं में शुमार किया जाता है, जो प्रदेश कांग्रेस में प्रवक्ता के तौर पर भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा गुरुग्राम जिले के अध्यक्ष भी थे। वहीं हाल ही में अध्यक्ष पद से हटाई गईं कुमारी शैलजा के करीबी रामकिशन गुज्जर को भी मौका दिया गया है। वह दो बार विधायक रह चुके हैं, हालांकि 2014 में नारायणगढ़ सीट से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।