महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने हाल ही में टीवी 9 भारतवर्ष के साथ खास बातचीत में कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी है. बता दें कि उन्होंने महाविकास अघाड़ी गठबंधन, मराठी अस्मिता, संजय गायकवाड़ के थप्पड़ कांड, मोहन भागवत के बयान और शाहपुर स्कूल कांड पर बेबाकी से (Prithviraj Chavans attack) अपनी बात रखी है.

Prithviraj Chavans attack – पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि 5 जुलाई को उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक मंच पर आए. यह मामला प्राथमिक स्कूलों में हिंदी की अनिवार्यता के सरकारी आदेश का था. जिसे जनता के विरोध के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वापस ले लिया है. चव्हाण ने कहा कि ‘अगर कोई इसे अपनी जीत बताकर विजय उत्सव मना रहा है, तो यह उसका नजरिया है.’

MVA गठबंधन में मची हलचल

उन्होंने यह भी साफ किया कि उद्धव ठाकरे MVA गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन अगर वे राज ठाकरे के साथ जाते हैं. तो गठबंधन का भविष्य कांग्रेस आलाकमान तय करेगा. उन्होंने सवाल उठाया कि अगर उद्धव और राज साथ आते हैं, तो नेता कौन होगा और सीटों का बंटवारा कैसे होगा. ये सब कौन तय करेगा?

मराठी अस्मिता या बस वोटबैंक की सियासत?

मराठी अस्मिता के मुद्दे पर चव्हाण ने कहा कि मराठी निश्चित रूप से महाराष्ट्र की पहली भाषा है. लेकिन इसके नाम पर मारपीट या किसी को जबरन मराठी बोलने के लिए मजबूर करना गलत है. उन्होंने कहा कि ‘चुनाव नजदीक हैं, इसलिए सभी पार्टियां मराठी अस्मिता का मुद्दा उठा रही हैं. यह क्रेडिट लेने से ज्यादा वोटबैंक की राजनीति है.’ चुनाव खत्म होते ही सब मराठी और मराठी अस्मिता दोनों को भूल जाएगें.

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