Freshers hiring: देश की लगभग 15 प्रतिशत कंपनियों ने अप्रैल तक फ्रेशर्स की हायरिंग करने का प्लान बनाया हुआ है। लॉकडाउन के दौरान सिर्फ 6 प्रतिशत कंपनियों की ही फ्रेशर्स को हायर करने की योजना थी। हायरिंग से जुड़ी यह सकारात्मक जानकारी लर्निंग सॉल्यूशंस फर्म टीमलीज के एक सर्वे से मिली है। टीमलीज एडटेक के के अनुसार,
‘कोविड-19 के बावजूद फ्रेशर्स की भर्ती जोरों से चल रही है। इस साल फरवरी से अप्रैल के बीच उनकी हायरिंग का प्लान करने वाली कंपनियों की संख्या लॉकडाउन के मुकाबले ढाई गुना बढ़ी है। जिस तरह से इकोनॉमिक एक्टिविटीज बढ़ रही हैं, उससे इनकी संख्या में बढ़ोतरी जारी रहने की संभावना बनी हुई है।
यह भी पढ़े:- Mobile Manufacturing: भारत में हुआ 34 हजार करोड़ रुपए का निवेश
21 फीसदी टेलीकॉम कंपनियों ने बनाया प्लान आईटी सेक्टर के बाद टेलीकॉम इंडस्ट्री की बारी आती है जिससे ताल्लुक रखने वाली 21 प्रतिशत कंपनियों ने अप्रैल तक Freshers hire करने का प्लान बनाया है। इनके अलावा 19 प्रतिशत स्टार्टअप ईकॉमर्स और टेक्नोलॉजी कंपनियां भी फ्रेशर्स हायर करने की योजना बना रही हैं। इनके बाद हेल्थकेयर और फार्मा कंपनियों, एफएमसीजी और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनियां का नंबर है। सबसे कम hiring ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में होने की संभावना है।
लॉकडाउन के दौरान 6 फीसदी कंपनियों ने की हायरिंग
Freshers hiring का प्लान करने वाली कंपनियों की संख्या लॉकडाउन के मुकाबले ढाई गुना बढ़ी फ्रेश इंजीनियरिंग और नॉन इंजीनियरिंग ग्रेजुएट को हायर करने का प्लान इन सॉफ्ट स्किल्स की डिमांड ज्यादा रह सकती है B S कंपनियों की तरफ से कैंडिडेट में जिन सॉफ्ट स्किल की डिमांड ज्यादा रह सकती है, उनमें रीजनिंग, एनालिटिकल थिंकिंग, कॉम्प्लेक्स प्रॉब्लम सॉल्विंग, और एक्टिव लर्निंग शामिल हैं। टेक्निकल स्किल में स्प्रेडशीट स्किल, प्रॉडक्ट/सर्विस मार्केटिंग, डेटा एनालिटिक्स, वेब डेवलपमेंट और मोबाइल एप डेवलपमेंट की मांग सबसे ज्यादा रह सकती है।
लॉकडाउन से पहले 38% कंपनियों फ्रेशर्स की हायरिंग में दिलचस्पी लेने वाली कंपनियों का प्रतिशत का था हायरिग प्लान अब भी कोविड से पहले वाले लेवल के आधे से भी कम है। टीमलीज की करियर आउटलुक रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 के चलते शुरू हुए लॉकडाउन से पहले 38 प्रतिशथ कंपनियों का फ्रेशर्स हायर करने का प्लान था। सर्वे में 18 इकोनॉमिक सेक्टर और 14 शहरों की 800 से ज्यादा कंपनियों को शामिल किया गया है। उनसे पूछा गया था कि फ्रेश इंजीनियरिंग और नॉन इंजीनियरिंग ग्रेजुएट को हायर करने का उनका क्या प्लान है।
इन शहरों में होगी ज्यादा नौकरियां टीमलीज के सर्वे के मुताबिक अगले तीन महीनों में सबसे ज्यादा हायरिंग देश के तीन अहम शहरों में होने वाली है। बेंगलुरु में सबसे ज्यादा 41 प्रतिशत, एप्लॉयर्स फ्रेशर हायर करने के बारे में सोच रहे हैं जबकि मुंबई की 29 प्रतिशत और दिल्ली की 24 प्रतिशत कंपनियों ने इसका इरादा जताया है। इसके बाद चेन्नई हैदरबाद और पुणे की कंपनियों का नंबर आता है। सर्वे के मुताबिक अप्रैल तक फ्रेशर्स और अनुभवी प्रोफेशनल्स की हायरिंग का प्लान करने वाली कंपनियों का कुल प्रतिशत 27 प्रतिशत रह सकता है।
Image Source:- www.google.com