शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत की किताब ‘हेल टू हेवेन’ ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. इस पुस्तक में ईडी की कार्रवाई, सरकार की धमकी, ईडी और सीबीआई के hell to heaven) नोटिसों के कारण विपक्षी विधायकों और सांसदों की जान जाने का डर तथा उनके पार्टी बदलने से लेकर कई बीजेपी और पार्टी नेताओं पर टिप्पणी की गई है. इससे देश और महाराष्ट्र की सियासत में बवाल मच गया है.

इस किताब में बताया गया है कि कैसे ठाकरे गुट का एक नेता ईडी के नोटिस के कारण गिरफ्तारी के डर से हताश हो गया, कैसे वह अपनी मां के सामने रोया और कैसे उद्धव ठाकरे भी इसके कारण हताश हो गए थे. बाद में वह नेता ईडी की कार्रवाई के भय से भाजपा में शामिल हो गया.

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संजय राउत ने पुस्तक में लिखा कि रवींद्र वाईकर शिवसेना के वफादार माने जाने वाले विधायकों में से एक थे. वह उद्धव ठाकरे के किचन कैबिनेट के सदस्य थे. वे अपनी मां की पूजा करते थे. जब एकनाथ शिंदे ने चालीस विधायकों के साथ पार्टी छोड़ी तो वे शिंदे के साथ नहीं गए, लेकिन किरीट सोमैया ने अचानक वाईकर पर निशाना साधना शुरू कर दिया.

 hell to heaven – उन्होंने झूठी कहानी फैलाई कि रायगढ़ में जमीन पर नौ बंगले बनाए गए हैं. उन्होंने यह दिखावा किया कि ये बंगले ठाकरे परिवार के हैं. झूठे अपराधों की रिपोर्ट की गई. पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने घोटालेबाजों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. संजय राउत ने इस किताब में कहा है कि इन्हीं अपराधों के आधार पर ईडी को फंसाया गया.

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