22 जनवरी को अयोध्या में हुई रामलला की प्राणा प्रतिष्ठा पर दिल्ली के CM Arvind Kejriwal ने कहा कि ऐसा होना गर्व की बात है. हमारी सरकार ने रामराज्य के मुताबिक ही दिल्ली में काम किया है. हमें उनके संदेश को जीवन में उतारने की जरूरत है.
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राजा बनने वाले थे राम लेकिन मिला वनवास
भगवान राम के बारे में बताते हुए CM Arvind Kejriwal ने कहा कि भगवान राम का राज्य अभिषेक होने वाला था. लेकिन उससे पहले ही उन्हें पिता दशरथ द्वारा बुलाया जाता है. जहां कैकयी ने दो शर्त रखीं, पहली की भगवान राम को 14 वर्ष के लिए वनवास जाना होगा और दूसरा कि भरत को राजा बनाया जाएगा.
वहीं, भगवान राम ने पिता से कहा कि आपके वचन का पालन होगा. और बिना किसी दुख के 14 साल के वनवास के लिए विदा ली. इससे शिक्षा मिलती है कि हमें त्याग करने से पीछे नहीं हटना चाहिए.’
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जाति को नहीं मानते थे राम
दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि भगवान श्रीराम की भक्ति करनी चाहिए,उनके संदेश को जीवन में अपनाना भी जरूरी है. भगवान राम जाति को नहीं मानते थे. उनसे त्याग की सीख मिलती है.