तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ दिनों बाद, हेमंत सोरेन(Hemant Soren) ने सोमवार को राज्य विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान विश्वासमत हासिल कर लिया है। हेमंत सोरेन ने अपने पक्ष में 45 विधायकों के वोटों के साथ विश्वास मत जीता। उन्होंने 4 जुलाई को रांची के राजभवन में झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
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लगभग पांच महीने बाद आए जेल से बाहर
बता दें कि हेमंत सोरेन(Hemant Soren) को कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद लगभग पांच महीने बाद 28 जून को बिरसा मुंडा जेल से रिहा किया गया था। 31 जनवरी को अपनी गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें जनवरी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित आरोपों में गिरफ्तार किया था।
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चंपई सोरेन रहे सीएम
गिरफ्तारी के बाद सीएम पद की कमान संभालने वाले चंपई सोरेन ने शपथ लेने के पांच महीने बाद ही पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे बुधवार को हेमंत सोरेन के फिर से मुख्यमंत्री बनने की संभावना बन गई। चंपई सोरेन ने इसी साल 2 फरवरी को राजभवन में झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।