हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सभी 68 सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट एक साथ जारी की थी। हालांकि, 36 घंटे के भीतर ही बीजेपी को अपना एक उम्मीदवार बदलना पड़ा। भाजपा ने चंबा विधानसभा सीट (Chamba Seat)  से इंदिरा कपूर की जगह अब नीलम नैय्यर को टिकट दिया है। नीलम नैय्यर मौजूदा विधायक पवन नैय्यर की पत्नी हैं।

इसे भी पढ़ें – डलहौजी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने एक बार फिर जताया आशा पर भरोसा

माना जा रहा है कि भाजपा को मौजूदा विधायक पवन की बगावत का डर था। साथ ही जिन इंदिरा कपूर को उम्मीदवार बनाया गया था, उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में सजा मिल चुकी है और यह मामला अभी लंबित है। राजनीतिक जानकारों की राय में ये वो दो मुख्य वजहें हैं, जिसके चलते बीजेपी को इंदिरा कूपर को हटाना पड़ा।

Chamba Seat – दरअसल, पवन नैय्यर पिछली बार बहुत कम वोटों के अंतर से जीते थे। इस बार टिकट कटने से वह नाराज थे। उन्होंने अपने समर्थकों की बैठक बुलाई। इसे उनकी बगावत के तौर पर देखा गया। बीजेपी ने स्थानीय स्तर पर विधायक से जुड़े लोगों की नाराजगी को भांप लिया। इसके बाद इंदिरा की जगह नैय्यर की पत्नी नीलम को टिकट देने का फैसला किया गया।

इसे भी पढ़ें – वंदना ठाकुर कांग्रेस के बुलावे पर दिल्ली रवाना, पद से भी दिया इस्तीफा

पवन नैय्यर की पत्नी नीलम भी राजनीति में सक्रिय रही हैं। चंबा विधानसभा क्षेत्र में वह जाना-पहचाना नाम हैं। वहीं, इंदिरा की तुलना में उनकी छवि साफ-सुधरी है। दरअसल, इंदिरा जब जिला पंचायत सदस्य थीं तब वह सरकारी फंड में गड़बड़ी करने की दोषी पाई गई थीं। चंपा की एक विशेष अदालत ने पिछले साल अगस्त में उन्हें दोषी पाया और सजा सुनाई। हालांकि, हिमाचल हाई कोर्ट ने सजा पर रोक लगा दी। फिलहाल यह मामला अदालत में लंबित है।

Share.
Exit mobile version