राजनांदगांव : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि यदि कांग्रेस अगले महीने विधानसभा चुनाव के बाद छत्तीसगढ़ में सत्ता में फिर से आती है तो वह तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति जारी रखेगी।राजनांदगांव शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि (Appeasement And Vote Bank) कांग्रेस सरकार ने (रेस्तरां की) खाद्य श्रृंखला की तरह दिल्ली तक एक ‘भ्रष्टाचार श्रृंखला’ बनाई है। उन्होंने कहा कि भाजपा छत्तीसगढ़ में सत्ता में आई तो हम भ्रष्टाचारियों से पाई-पाई वसूलेंगे और उन्हें उल्टा लटका कर सीधा करने का काम किया जाएगा।
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शाह ने कहा कि अविभाजित मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ राज्य कांग्रेस शासन के दौरान एक ‘बीमारू’ (पिछड़ा हुआ) राज्य बना हुआ था, लेकिन रमन सिंह के सत्ता में आने (2003 में) के बाद 15 साल में यह एक विकसित राज्य बन गया। केंद्रीय गृह मंत्री ने अप्रैल में बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर भूपेश बघेल सरकार पर हमला बोला और लोगों से पूछा कि क्या वे चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ फिर से सांप्रदायिक दंगों का केंद्र बने।यह रैली राजनांदगांव में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और तीन अन्य भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले आयोजित की गई थी।
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Appeasement And Vote Bank – विपक्षी भाजपा ने बिरनपुर हिंसा में मारे गए भुनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है। साहू राज्य के वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए दो चरणों में सात और 17 नवंबर को मतदान होना है। मंच पर मौजूद ईश्वर साहू की ओर इशारा करते हुए शाह ने कहा कि वोट बैंक और तुष्टिकरण के लिए भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गयी। उन्होंने कहा कि हम भुनेश्वर साहू के हत्यारे को सजा दिलाएंगे। हमने उनके पिता को टिकट दिया है।