आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति-तिरुमाला देवस्थानम यानी तिरुपति मंदिर में काम करने वाले लोगों को लेकर बड़ा बयान दिया है. सीएम नायडू ने कहा कि मंदिर में केवल (Hindus in Tirupati temple) हिंदुओं को ही काम पर रखा जाना चाहिए. सीएम ने कहा कि अगर मंदिर में दूसरे समुदाय के लोग काम कर रहे हैं तो उनका अपमान किए बिना दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया जाए.
Hindus in Tirupati temple – सीएम चंद्रबाबू नायडू तिरुपति मंदिर में पूजा- अर्चना करने पहुंचे थे. जिसके बाद उन्होंने मंदिर में काम करने वाले लोगों को लेकर बयान दिया. सीएम नायडू ने इस दौरान देश के सभी राज्यों की राजधानी में वेंकटेश्वर स्वामी का मंदिर बनाने की योजना की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विदेशों में रहने वाले कई लोग मंदिर स्थापित किए जाने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि दुनिया भर से भगवान वेंकटेश्वर की संपत्तियों की सुरक्षा के लिए पवित्र धागा बांधा गया है.
मुमताज होटल योजना रद्द
वहीं उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की मुमताज होटल योजना को रद्द कर दिया है. उन्होंने कहा कि मंदिर की सात पहाड़ियों के आस पास किसी भी तरह की व्यवसायिक गतिविधि किए जाने की इजाजत नहीं है. दरअसल, पिछली सरकार ने मंदिर की पहाड़ी के आसपास 35.32 एकड़ भूमि पर मुमताज होटल बनाने की योजना को मंजूरी दी थी, जिसे नायडू सरकार ने कैंसिल कर दिया है.
‘किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचे’
सीएम नायडू ने कहा कि मंदिर के आसपास के इलाकों में किसी भी प्राइवेट पार्टी को को व्यवसायिक गतिविधि के लिए इजाजत नहीं दी जाएगी. जिन लोगों को मंजूरी दी गई है वो लोग मदंरि के आसपास सिर्फ शाकाहारी व्यजन ही परोसेंगे. अगर कोई किसी तरह की गड़बड़ी करता है या करते हुए पाया जाता है तो उसे खिलाफ सरकार सख्त कदम उठाएगी. वहीं इस दौरान सीएम नायडू ने कि दूसरे समुदाय के लोग मंदिर में काम न करें. अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जो दूसरे समुदाय का है तो उसकी भावनाओं को ठेस ना पहुचाते हुए उसे दूसरी जगह काम पर लगाया जाएगा.