पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर में रविवार देर रात एक युवक ने सो रहे मौसेरे भाई के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान 40 वर्षीय सुनील कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने मुख्य आरोपी आकाश और उसका साथ देने वाले विशाल को गिरफ्तार कर लिया है। आकाश मृतक सुनील की मौसी का बेटा है, जबकि विशाल उसके मामा का बेटा है। पता चला है कि आरोपी मृतक के परिवार को अपने पिता की मौत का जिम्मेदार मानता था। आरोपी के पिता की मौत 15 साल पहले सुनील के मकान की छत से गिरकर हो गई थी।
सुनील परिवार के साथ गाजीपुर के घड़ौली एक्सटेंशन स्थित राजबीर कॉलोनी में रहते थे। परिवार में पत्नी, 17 साल की बेटी, 16 साल का बेटा, मां और भाई सुधीर हैं। सुनील साइबर कैफे चलाते थे। भाई सुधीर ने बताया कि रविवार रात करीब 1:30 बजे घर के सभी सदस्य सो रहे थे, तभी मौसी का बेटा आकाश और मामा का बेटा विशाल आए। परिजनों ने देर रात उनके आने का कारण पूछा तो आकाश ने कहा कि मौसा की फोटो लाइए। फोटो में उनका पैर छूना है। माजरा समझ में न आने पर सुनील की पत्नी उनके लिए पानी लेने के लिए चली गई। तभी आकाश उस कमरे में पहुंचा, जहां सुनील सो रहे थे। उसने पिस्टल निकालकर तुरंत सुनील के सिर में गोली मार दी। परिजन अभी कुछ समझ पाते, तब तक दोनों आरोपी फरार हो गए। सुनील को नजदीक के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गोली मारने से पहले मां को किया था फोन
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी आकाश ने रात एक बजे अपनी मां को फोन किया था। इस दौरान उसने मां से कहा था कि वह अपने पिता की मौत का बदला देने जा रहा है। आकाश की मां उसकी बात नहीं समझ पाई थी। इसके कुछ देर बाद उन्हें पता चला कि उनके बेटे ने सुनील की गोली मारकर हत्या कर दी है।
घटना से सभी हैरान
मृतक के भाई सुधीर ने बताया कि 15 साल पहले आकाश के पिता उनके घर पर आए थे। अचानक छत से गिरकर उनकी मौत हो गई थी। उस दौरान सभी ने इसे एक हादसा माना था। दोनों परिवार के बीच सब कुछ ठीक था, लेकिन अचानक आकाश के मन में पिता की मौत का बदला लेने की बात कैसे आ गई, यह समझ से परे है। इस घटना से सभी हैरान हैं। आकाश ने सुनील की हत्या ही क्यों की, यह भी नहीं पता।
आरोपी आकाश परिवार के साथ पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर गांव में रहता है। वहीं, आरोपी विशाल मृतक सुनील के घर से थोड़ी दूरी पर राजबीर कॉलोनी में रहता है। रिश्तेदार होने के कारण तीनों परिवार के सदस्य अक्सर मिलते रहते थे।